बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स दो महीने बाद की सबसे बड़ी 1545.67 अंक की एक दिनी गिरावट लेकर तीन सप्ताह के निचले स्तर 58 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे 57,491.51 अंक पर आ गया। इससे पहले सेंसेक्स 26 नवंबर 2021 को 1687.9 अंक लुढ़का था।
दिग्गज कंपनियों की तरह छोटी और मझौली कंपनियों में भी जमकर बिकवाली हुई। बीएसई का मिडकैप 3.82 फीसदी का गोता लगाकर 23,998.73 अंक और स्मॉलकैप 4.43 फीसदी की बड़ी गिरावट लेकर 28,638.23 अंक पर रहा।
अमेरिका का कहना है कि रूस की ओर से सैन्य कार्रवाई का खतरा बना हुआ है। ऐसे में सावधानी बरतते हुए पहले ही देश छोड़ देना चाहिए। अमेरिकी विदेश मंत्रालय की रिपोर्ट में कहा गया, खबरें हैं कि रूस की ओर से यूक्रेन पर हमला किया जा सकता है। खासतौर पर रूस के नियंत्रण वाले क्रीमिया और पूर्वी यूक्रेन में अनिश्चितता की स्थिति है।
वैश्विक स्तर पर बनी इस स्थिति का असर शेयर बाजार पर स्पष्ट देखा गया। ब्रिटेन का एफटीएसई 0.96, जर्मनी का डैक्स 1.51 और हांगकांग का हैंगसैंग 1.24 फीसदी लुढ़क गया। हालांकि जापान के निक्केई और चीन के शंघाई कंपोजिट में रिकवरी हुई और ये मामूली बढ़त पर रहे। निवेशकों की निवेश धारणा कमजोर रहने से बीएसई के 19 समूह ढेर हो गए। रियल्टी समूह ने सबसे अधिक 5.94 फीसदी का नुकसान उठाया।
इसी तरह बेसिक मैटेरियल्स 4.47, सीडीजीएस 3.99, ऊर्जा 3.52, एफएमसीजी 2.41, वित्त 2.35, हेल्थकेयर 2.47, इंडस्ट्रियल्स 3.90, आईटी 3.30, दूरसंचार 2.29, यूटिलिटीज 2.93, ऑटो 2.65, बैंकिंग 1.65, कैपिटल गुड्स 3.28, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स 4.14, धातु 5.03, तेल एवं गैस 2.24, पावर 2.71 और टेक समूह के शेयर 3.00 फीसदी तक उतर गए।(वार्ता)