Share Market Today: ट्रंप के शुल्क आदेश से बाजार में फैली घबराहट, Sensex 1414 और Nifty 420 अंक लुढ़का

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

शुक्रवार, 28 फ़रवरी 2025 (17:15 IST)
Share Market: चीन (Chinese) के उत्पादों पर अतिरिक्त शुल्क (additional duty) लगाने की अमेरिका की घोषणा से शुक्रवार को दुनियाभर के बाजारों में बड़ी गिरावट देखी गई। इसके दबाव में घरेलू शेयर बाजार का मानक सूचकांक सेंसेक्स (Sensex) 1,414 और निफ्टी (Nifty) 420 अंक टूट गया।ALSO READ: शेयर बाजार आज फिर धड़ाम, टूट गया 28 साल का रिकॉर्ड, निवेशकों के लाखों करोड़ तबाह
 
विश्लेषकों ने कहा कि विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली जारी रहने और डॉलर के मुकाबले रुपए में कमजोरी ने भी निवेशकों की धारणा को नकारात्मक रूप से प्रभावित किया। व्यापक बिकवाली के बीच बीएसई का 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स 1,414.33 अंक यानी 1.90 प्रतिशत लुढ़कते हुए 73,198.10 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 1,471.16 अंक गिरकर 73,141.27 पर आ गया था।ALSO READ: सपा नेता अखिलेश यादव ने बताया, क्यों गिर रहा है शेयर बाजार?
 
निफ्टी में भी लगातार 8वें दिन गिरावट : नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का मानक सूचकांक निफ्टी भी लगातार 8वें दिन गिरावट को जारी रखते हुए 420.35 अंक यानी 1.86 प्रतिशत फिसलकर 22,124.70 पर बंद हुआ। इस भारी गिरावट से बीएसई सेंसेक्स पिछले साल 27 सितंबर को 85,978.25 के अपने रिकॉर्ड शिखर से अब तक 12,780.15 अंक यानी 14.86 प्रतिशत नीचे आ चुका है। वहीं एनएसई निफ्टी 27 सितंबर, 2024 को 26,277.35 के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर से अब तक कुल 4,152.65 अंक यानी 15.80 प्रतिशत टूट चुका है।
 
टेक महिंद्रा में 6 प्रतिशत से अधिक की गिरावट : सेंसेक्स के समूह में शामिल कंपनियों में से टेक महिंद्रा में 6 प्रतिशत से अधिक की गिरावट दर्ज की गई जबकि इंडसइंड बैंक प्रतिशत से अधिक नीचे रहा। इनके अलावा महिंद्रा एंड महिंद्रा, भारती एयरटेल, इंफोसिस, टाटा मोटर्स, टाइटन, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, नेस्ले और मारुति भी प्रमुख रूप से पिछड़ने वाली कंपनियों में शामिल रहीं। सेंसेक्स की कंपनियों में से अकेले एचडीएफसी बैंक का शेयर ही बढ़त के साथ बंद हुआ।ALSO READ: Share bazaar: कमजोर एशियाई बाजारों और विदेशी पूंजी निकासी से शेयर बाजार में गिरावट, Sensex और Nifty फिसले
 
एशियाई (Asian) और अमेरिकी (American) बाजारों में : एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग भारी गिरावट के साथ बंद हुए। यूरोप के अधिकांश बाजार गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे। गुरुवार को अमेरिकी बाजारों में भी भारी गिरावट दर्ज की गई थी।
 
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि कमजोर वैश्विक संकेतों से प्रभावित बिकवाली की धारणा के बीच घरेलू बाजार में भारी गिरावट देखी गई। यह गिरावट मुख्य रूप से कनाडा और मेक्सिको से अमेरिकी आयात पर 25 प्रतिशत शुल्क लगाने के डर से हुई। इसके साथ ही चीनी वस्तुओं पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क भी लगाया जाएगा। नायर ने कहा कि अब अमेरिका द्वारा यूरोपीय संघ से आयात पर भी शुल्क लगाए जाने की आशंका ने बाजार की घबराहट को और बढ़ा दिया है।ALSO READ: शेयर बाजारों में गिरावट के बीच क्या बोलीं वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण
 
एफआईआई (FII) गुरुवार को बिकवाल रहे : शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने गुरुवार को 556.56 करोड़ रुपए मूल्य के शेयर बेचे।
 
ब्रेंट क्रूड (Brent Crude) वायदा 73.53 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर : वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.69 प्रतिशत गिरकर 73.53 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। बीएसई सेंसेक्स गुरुवार को 10.31 अंकों की मामूली बढ़त के साथ 74,612.43 और निफ्टी 2.50 अंक गिरकर 22,545.05 पर बंद हुआ था।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta

वेबदुनिया पर पढ़ें

सम्बंधित जानकारी