Share market review Market ki Baat : सितंबर का तीसरा हफ्ता भी भारतीय शेयर बाजार के लिए जबरदस्त रहा। इस हफ्ते सेंसेक्स में 746 अंकों की बढ़त रही तो निफ्टी भी 212 अंक बढ़ गया। सितंबर के 15 कारोबारी दिनों में सेंसेक्स 2842 अंक और निफ्टी 898 अंक बढ़ा। अगले हफ्ते बाजार की चाल जीएसटी रिफॉर्म और H1B वीजा फीस पर ट्रंप के फैसले से तय होगी। जानिए मार्केट ट्रेड और निवेशकों के लिए कैसा रहेगा अगला सप्ताह।
कैसी रही सेंसेक्स और निफ्टी की चाल : हफ्ते के पहले दिन 15 सितंबर भारतीय शेयर बाजार में मुनाफावसूली हुई। बीएसई सेंसेक्स 94 अंक गिरा जबकि एनएसई निफ्टी 45 भी अंक गिरकर बंद हुआ। 16 सितंबर को सेंसेक्स में 595 अंकों की तेजी के साथ 82,380 पर बंद हुआ वहीं निफ्टी भी 170 अंक चढ़ गया। 17 सितंबर को भी सेंसेक्स 320 अंक उछलकर 83,014 और निफ्टी 93 अंक की बढ़त के साथ 25,423 अंक पर बंद हुआ।
18 सितंबर को सेंसेक्स 320 अंक उछलकर 83 हजार के पार पहुंच गया तो निफ्टी भी 93 अंक की बढ़त के साथ 25,424 अंक पर बंद हुआ। हालांकि हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शेयर बाजार में जमकर मुनाफा वसूली हुई। सेंसेक्स 388 अंक टूटकर 82,626 और एनएसई निफ्टी 97 अंक की गिरावट के साथ 25,327 अंक पर बंद हुआ।
इन फैक्टर्स से तय हुई बाजार की चाल : जीएसटी रिफॉर्म, अमेरिका में नीतिगत दर में कटौती, भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता से भारतीय शेयर बाजार को गति मिली। हफ्ते के आखिरी दिन बाजार में निवेशकों ने मुनाफा वसूली की। सेबी की क्लीनचिट से अडाणी समूह की कंपनियों में निवेशकों का भरोसा बढ़ा। अदाणी समूह का बाजार पूंजीकरण एक ही दिन में 69,000 करोड़ रुपए बढ़ गया।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट : शेयर बाजार विशेषज्ञ योगेश बागौरा ने कहा कि शेयर बाजार को जीएसटी रिफॉर्म का फायदा एंड यूजर तक उसका लाभ पहुंचने पर ही मिलेगा। सरकार ने कई कंपनियों को स्टॉक क्लियर करने के लिए 31 मार्च 2026 तक की छूट दे दी है। हालांकि इन कंपनियों को ग्राहकों को स्टिकर लगाकर जीएसटी का फायदा देना होगा। इस बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने साफ कर दिया है कि कंपनियों को उपभोक्ताओं को जीएसटी का फायदा देना ही होगा। ऐसा नहीं करने पर पहले बार में 10 लाख और दूसरी बार में 50 लाख का जुर्माना लगाया जाएगा।
बागौरा ने कहा कि ट्रंप ने एच1बी वीजा के लिए फीस काफी बढ़ा दी है। इस वजह से आईटी कंपनियों के लिए भारतीय कर्मचारियों को अमेरिका ले जाना मुश्किल हो जाएगा। इसका बाजार में भी आईटी कंपनियों के शेयरों में नकारात्मक असर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि अगर निफ्टी 25600 पाइंट से ज्यादा बढ़ता है तो आने वाले समय में बाजार में तेजी आने की संभावना है। फिलहाल बाजार में भारी मुनाफावसूली के भी आसार नजर आ रहे हैं।
कैसा रहेगा अगला हफ्ता : 22 सितंबर से देश में लागू हो रहे जीएसटी रिफॉर्म का बाजार में सकारात्मक असर दिखाई दे सकता है। एच1बी वीजा की फीस वृद्धि संबंधी ट्रंप के फैसले से आईटी कंपनियों के शेयरों में गिरावट आ सकती है। बागौरा ने कहा कि अगला हफ्ते त्योहारी सीजन शुरू हो रहा है। इसमें ऑटो, कंज्यूमर गुड्स, गारमेंट, रिटेल मार्ट से जुड़ी कंपनियों के शेयरों की मांग बढ़ सकती है।
अस्वीकरण : यह लेख केवल सूचना के उद्देश्य से है। यह कोई निवेश सलाह नहीं है। किसी भी निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श जरूर लें।