सबसे पहले दूध को एक मोटे तल वाले बर्तन में गाढ़ा होने तक उबालें। अब उसमें मिश्री डालकर अच्छी तरह मिलाएं और गाढ़े हो रहे दूध के रेशे को बर्तन के एक तरफ इकट्ठा कर लें। ऊपर से इलायची व पिस्ता कतरन डाल दें।
अब दूध को ठंडा करके ट्रे में भर दें। इस दूध में जितने अधिक रेशे पड़ें, वह उतना ही जायकेदार होता है। अब दूध से निर्मित मिठाई मावा-मिश्री का भगवान को भोग लगाएं तथा घर आए मेहमानों को भी सर्व करें।
इस मिठाई की सबसे बड़ी खासियत यह है कि ये बिना फ्रीज के भी 2 दिन तक सुरक्षित रखी जा सकती है।
नोट : दूध यदि भैंस का हो तो इससे भी मावा-मिश्री अच्छा बनता है।