धोनी की कप्तानी में पाक के खिलाफ टी-20 विश्वकप में जीते पांचों मैच, अब बारी कोहली की
रविवार, 24 अक्टूबर 2021 (17:45 IST)
17 अक्टूबर से टी-20 विश्वकप के क्वालिफाइंग मैच शुरु हो गए हैं लेकिन जिस मुकाबले पर दुनिया भर के क्रिकेट फैंस की नजरें जमी हैं वह है भारत पाकिस्तान का मैच।
वनडे विश्वकप की तरह ही टी-20 विश्वकप में भारत का पाकिस्तान के साथ 100 प्रतिशत रिकॉर्ड रहा है। भारत ने इस टूर्नामेंट में पाक के खिलाफ अब तक खेले गए पांचो मैच जीते हैं।
दिलचस्प बात यह है कि भारत को पांचो जीत दिलाने वाले कप्तान महेंद्र सिंह धोनी थे। उधर पाकिस्तान के कप्तान बदलते रहे। लेकिन यहां महेंद्र सिंह धोनी ही टीम इंडिया की कमान संभालते रहे और भारत को एक के बाद एक जीत दिलाते रहे।
इन 5 में से शुरु की दो जीत बहुत चर्चित रही। क्योंकि भारत पाकिस्तान का टी-20 विश्वकप में खेला गया पहला मैच टाई हो गया था और इसके बाद नतीजा बॉल आउट से निकला वहीं साल 2007 के फाइनल में वापस यह दोनों टीमें भिड़ी जिसमें फैसला अंतिम ओवर में हुआ। आइए जानते हैं कैसे पांचो बार भारत ने किया पाक का सूपड़ा साफ।
टी-20 विश्वकप 2007 का पहला लीग मैच- भारत बॉल आउट से 3-0 से जीता
इस मैच में पाकिस्तान को जीत के लिए 20 ओवरों में जीत के लिए 142 रनों की आवश्यकता थी, लेकिन निर्धारित ओवरों के पूरा होने पर वह 141 रन ही बना सका था। हालाँकि उसने सिर्फ सात विकेट ही खोए थे।
मैच का फैसला 'बॉल आउट' में हुआ, जिसमें भारत के तीनों गेंदबाजों ने विकेट उड़ाए थे, जबकि पाक के तीनों गेंदबाज नाकाम रहे थे।बॉल आउट' के लिए दोनों टीमों के 5-5 गेंदबाजों को विकेट उड़ाने थे। भारत की तरफ से सहवाग, हरभजनसिंह और रॉबिन उथप्पा ने गिल्लियां उड़ाई, जबकि पाकिस्तान के तीनों गेंदबाज यासिर अराफात, उमर गुल और शाहिद अफरीदी में से कोई भी निशाना नहीं साध सका।
इस मैच में धोनी विकेट के पीछे बैठ गए थे और गेंदबाजों को उनके शरीर पर मारने की हिदायत दी थी। यही कारण रहा कि तीनों भारतीय गेंदबाजों के निशाने सटीक लगे थे।
टी-20 विश्वकप 2007 फाइनल - भारत ने पाकिस्तान को 5 रनों से हराया
धोनी ने इस टी-20 विश्वकप में एक बार फिर से टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। धोनी और ट्रंप कार्ड युवराज सिंह नहीं चले, लेकिन गौतम गंभीर ने एक छोर संभाले रखकर 54 गेंद पर आठ चौकों और दो छक्कों की मदद से 75 रन बनाए थे। रोहित शर्मा ने भी 30 रन की जिम्मेदारी भरी पारी खेली थी, जिसकी बदौलत भारत पाँच विकेट पर 157 रन बनाने में सफल रहा c।
गेंदबाजी में आरपी सिंह, इरफान पठान और जोगिंदर शर्मा ने टीम इंडिया के लिए कमाल किया था, जिन्होंने शीर्ष और मध्यक्रम को तहस-नहस करके पाकिस्तानी ताबूत में आखिरी कील ठोंकी थी। पाकिस्तान को मिसबाह उल हक (44) भी नहीं बचा पाए और जोगिंदर शर्मा की गेंद को लेग साइड में स्कूप करने के चक्कर में श्रीसंथ को कैच थमा बैठे थे। इस तरह पाक की पूरी टीम 19.3 ओवर में 152 रन पर धराशायी हो गई थी। इस तरह माही की कप्तानी में भारत ने पहला टी-20 विश्वकप अपने नाम किया था।
टी-20 विश्वकप 2012- भारत ने पाकिस्तान को 8 विकेट से रौंदा
सितंबर के महीने में यह भारत और पाकिस्तान की टी-20 विश्वकप में तीसरी भिडंत थी। यह मैच कोहली के ऑलराउंड प्रदर्शन के लिए आज भी जाना जाता है। इस मैच में कोहली ने बड़ी पारी खेलने के अलावा एक विकेट भी लिया था।
कोहली ने 42 और 64 रन के स्कोर पर मिले जीवनदान का पूरा फायदा उठाते हुए 61 गेंद में आठ चौकों और दो छक्कों की मदद से नाबाद 78 रन की पारी खेली थी, जिससे भारत ने 129 रन के लक्ष्य को तीन ओवर शेष रहते हासिल कर लिया था।
इससे पहले पाकिस्तान की टीम 19.4 ओवर में 128 रन पर सिमट गई। भारत की ओर से लक्ष्मीपति बालाजी ने 3.4 ओवर में 22 रन देकर तीन विकेट चटकाए थे जबकि अश्विन और युवराज सिंह ने भी 2-2 विकेट अपने नाम किए थे। यह पहली बार था जब भारत ने पाकिस्तान को टी-20 विश्वकप में बाद में बल्लेबाजी करते हुए हराया था।
टी-20 विश्वकप 2014- भारत ने पाकिस्तान को 7 विकेट से हराया
भारत ने टी 20 विश्व कप 2014 में भी पाकिस्तान को 7 विकेट से रौंदकर शानदार आगाज किया था। पाकिस्तान ने टॉस हारकर 20 ओवर में 3 विकेट खोकर 130 रन बनाए थे। जबकि जवाब में भारत ने 18.3 ओवर में जीत के लिए आवश्यक रन तीन विकेट खोकर अर्जित कर लिए थे। इस मैच में 22 रनों पर 2 विकेट लेने वाले अमित मिश्रा को मैन ऑफ द मैच का अवार्ड मिला था।
टी-20 विश्वकप 2016- भारत ने पाकिस्तान को 6 विकेट से हराया
पहली बार भारत को पाकिस्तान को हराने का अवसर अपने स्थानीय दर्शकों के सामने मिला। यह मैच कोलकाता के इडन गार्डन्स मैदान पर खेला गया था। हालांकि भारत के लिए यह करो या मरो का मुकाबला था और टूर्नामेंट में बने रहने के लिए उसे हर हालत में जीतना था।
रविंद्र जडेजा और आर अश्विन की टर्न लेती गेंदों के सामने पाकिस्तान वर्षा बाधित मैच में सिर्फ 118 रन ही बना पाया। यह मैच 20 ओवर की जगह 18 ओवर तक का किया गया था लेकिन भारत ने यह भारत ने यह लक्ष्य 15.5 ओवर में ही हासिल कर लिया था। कोहली ने शानदार 55 रनों का योगदान दिया और उन्हें मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया था।
अब ना केवल बल्लेबाजी कप्तान विराट कोहली पर पहली बार भारत पाक मैच में कप्तानी का भी दबाव रहेगा। अच्छी बात यह है कि महेंद्र सिंह धोनी विराट कोहली के साथ डग आउट में मेंटर की तरह साथ रहेंगे। लेकिन धोनी की इस उपलब्धि को मैदान पर आगे बढ़ाने की चुनौती विराट के कंधे पर होगी।