मैच प्रिव्यू: पाक कप्तान और बल्लेबाजों के सामने ऑस्ट्रेलियाई पेस बैट्री की चुनौती
गुरुवार, 11 नवंबर 2021 (10:44 IST)
दुबई:पाकिस्तान की टीम अपने दूसरे खिताब की ओर बढ़ती नजर आ रही है लेकिन गुरुवार को यहां टी20 विश्व कप के दूसरे सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उसी राह आसान नहीं होगी क्योंकि आरोन फिंच की टीम ने सही समय पर लय हासिल कर ली है।
विश्व टी20 2016 के पहले दौर में बाहर होने के बाद पाकिस्तान ने इस बार शानदार प्रदर्शन किया है। बाबर आजम की अगुआई वाला 2009 का चैंपियन पाकिस्तान मौजूदा टूर्नामेंट की एकमात्र टीम है जिसे अब तक शिकस्त का सामना नहीं करना पड़ा है।
दोनों टीमों के बीच पिछली बार टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने माइक हसी के शानदार प्रदर्शन की बदौलत रोमांचक मुकाबले में जीत दर्ज की थी।
यूएई में हालांकि मौजूदा टूर्नामेंट में पाकिस्तान की टीम दबाव में अच्छा प्रदर्शन कर रही है और यहां की परिस्थितियों को लेकर सहज है। वर्ष 2009 में श्रीलंका की टीम बस पर आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान में लंबे समय तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं हुआ और देश ने यूएई में अपने घरेलू मैच खेले। पाकिस्तान सुपर लीग के कई सत्र भी यहां आयोजित हुए।
भारत के खिलाफ एतिहासिक जीत से अभियान शुरू करने वाली पाकिस्तान की टीम अजेय नजर आ रही है और न्यूजीलैंड तथा अफगानिस्तान के खिलाफ विषम हालात में जीत दर्ज करके जज्बा दिखा चुकी है।
टूर्नामेंट के शीर्ष स्कोर बाबर (264) की अगुआई में पाकिस्तान का शीर्ष क्रम काफी मजबूत है। बाबर चार अर्धशतक जड़ चुके हैं और टीम को उनसे एक बार फिर अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी। ऑस्ट्रेलिया का गेंदबाजी आक्रमण हालांकि उनकी चुनौती के लिए पूरी तरह से तैयार होगा और किसी भी गलती का फायदा उठाना चाहेगा।
बाबर और मोहम्मद रिजवान की सलामी जोड़ी अगर विफल रहती है तो पाकिस्तान के पास मध्यक्रम में कई मैच विजेता हैं जिसमें लंबे छक्के जड़ने वाले आसिफ अली और अनुभवी शोएब मलिक और मोहम्मद हफीज सभी लय में हैं।टीम को हालांकि फखर जमां से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी जो एकमात्र बल्लेबाज हैं जो अब तक नाकाम रहे हैं।
पाकिस्तान के गेंदबाजी आक्रमण ने भी काफी प्रभावित किया है। तेज गेंदबाजों शाहीन शाह अफरीदी और हारिस राउफ ने विरोधी बल्लेबाजों को परेशान किया है लेकिन हसन अली उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। बाबर कोऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हसन से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है।
इमाद वसीम, मोहम्मद हफीज और शादाब खान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ स्पिन विभाग में कप्तान बाबर के मुख्य हथियार होंगे। स्पिन के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया को कई मौकों पर परेशानी का सामना करना पड़ा है।
दूसरी तरफ 2010 का उपविजेता ऑस्ट्रेलिया सही समय पर अपना शीर्ष खेल दिखा रहा है और वह यहां खिताब जीतकर आईसीसी के उस टूर्नामेंट को भी जीतना चाहेगा जिसे अब तक नहीं जीत पाया है।
इंग्लैंड के खिलाफ आठ विकेट की शिकस्त के अलावा फिंच की अगुआई वाली टीम ने अपने बाकी सभी मुकाबलों में दबदबा बनाते हुए जीत दर्ज की है और दक्षिण अफ्रीका को पछाड़कर सेमीफाइनल में जगह बनाई।
ऑस्ट्रेलिया के पास जोश हेजलवुड, मिशेल स्टार्क और पैट कमिंस की मौजूदगी वाला बेहद मजबूत तेज गेंदबाजी आक्रमण है जबकि बीच के ओवरों में लेग स्पिनर एडम जंपा ने शानदार प्रदर्शन किया है जो मौजूदा टूर्नामेंट के दूसरे सबसे सफल गेंदबाज हैं।
आलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल और मिशेल मार्श ने टीम को गेंद से सफलताएं दिलाई है और उसके पास बायें हाथ के स्पिनर एश्टन एगर को खिलाने का विकल्प भी होगा।
डेविड वार्नर की फॉर्म में वापसी सेऑस्ट्रेलिया को मजबूती मिली है। टूर्नामेंट से पहले खराब फॉर्म से जूझ रहे वार्नर दो अर्धशतक जड़ चुके हैं जिसमें पिछले मैच में नाबाद 89 रन की पारी भी शामिल है।वार्नर और फिंच की सलामी जोड़ी किसी भी गेंदबाजी आक्रमण को ध्वस्त करने में सक्षम है।
तीसरे नंबर पर मार्श अच्छी फॉर्म में हैं। जल्दी विकेट गंवाने की स्थिति में भरोसेमंद स्टीव स्मिथ पर पारी को स्थिरता देने का दारोमदार होगा। उनका स्ट्राइक रेट हालांकि उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा है। इस मैदान पर लक्ष्य का पीछा करने वाली टीमों का पलड़ा भारी रहा है और ऐसे में टॉस एक बार फिर अहम भूमिका निभाएगा।(भाषा)