इंग्लैंड को 5 विकेट से हराकर न्यूजीलैंड पहली बार पहुंची टी-20 विश्वकप के फाइनल में
बुधवार, 10 नवंबर 2021 (23:02 IST)
न्यूजीलैंड बनाम इंग्लैंड का टी-20 विश्वकप सेमीफाइनल उस ही कहानी से आगे चल रहा था जैसे वनडे विश्वकप 2019 फाइनल चला था। सांस रोक देने वाले इस मैच को हालांकि डेरेल मिचेल ने अंतिम ओवरों तक नहीं जाने दिया। न्यूजीलैंड ने सिर्फ 5 विकेट गंवाकर 167 रन बना लिए और पहली बार टी-20 विश्वकप के फाइनल में जगह बनाई।
यह पहला मौका है जब न्यूजीलैंड ने टी-20 विश्वकप के फाइनल में जगह बनाई हो इससे पहले न्यूजीलैंड साल 2007 में सेमीफाइनल में जगह बना पाया था जहां उसे पाकिस्तान के हाथों हार मिली थी। फिर साल 2016 में उसे इंग्लैंड के हाथों 7 विकेट से मात मिली थी, जिसका हिसाब आज चुकता हो गया।
सलामी बल्लेबाज डेरिल मिचेल की आकर्षक अर्धशतकीय पारी और जेम्स नीशाम के अंतिम क्षणों की आक्रामक बल्लेबाजी से न्यूजीलैंड ने शुरुआती झटकों के बावजूद बुधवार को यहां इंग्लैंड को एक ओवर शेष रहते हुए पांच विकेट से हराकर पहली बार आईसीसी टी20 विश्व कप के फाइनल में प्रवेश किया।
न्यूजीलैंड का स्कोर एक समय दो विकेट पर 13 रन था लेकिन मिचेल ने 47 गेंदों पर चार चौकों और चार छक्कों की मदद से नाबाद 72 रन बनाये। उन्होंने डेवोन कॉनवे (38 गेंदों पर 46 रन, पांच चौके, छक्का) ने तीसरे विकेट के लिये 82 रन जोड़े। जेम्स नीशाम ने 10 गेंदों पर तीन छक्कों की मदद से 26 रन की तूफानी पारी खेली जिससे न्यूजीलैंड ने 19 ओवर में पांच विकेट पर 167 रन बनाकर जीत दर्ज की।
इससे पहले बल्लेबाजी के लिये आमंत्रित किये गये इंग्लैंड ने चार विकेट पर 166 रन बनाये थे। बेहतरीन फॉर्म में चल रहे जोस बटलर 24 गेंदों पर 29 रन ही बना पाये लेकिन मोईन (37 गेंदों पर नाबाद 51 रन, तीन चौके, दो छक्के) और डाविड मलान (30 गेंदों पर 41 रन, चार चौके, एक छक्का) ने तीसरे विकेट के लिये 63 रन जोड़कर मध्यक्रम में अहम भूमिका निभायी।
न्यूजीलैंड ने इस जीत से वनडे विश्व कप 2019 के फाइनल में मिली हार का बदला भी चुकता कर दिया जब बांउड्री की गणना के कारण वह चैंपियन नहीं बन पाय था। वह फाइनल में आस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से भिड़ेगा।न्यूजीलैंड की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी।
क्रिस वोक्स (36 रन देकर दो) ने अपने पहले दो ओवरों में खतरनाक मार्टिन गुप्टिल (चार) और विश्वसनीय केन विलियमसन (पांच) को आउट करके इंग्लैंड को स्वप्निल शुरुआत दिलायी। गुप्टिल की टाइमिंग सही नहीं थी तो विलियमसन ने लगातार खाली गेंदों के दबाव में स्कूप करने के प्रयास में अपना विकेट इनाम में दिया। न्यूजीलैंड का स्कोर पावरप्ले तक था दो विकेट पर 36 रन।
मिचेल और कॉनवे ने इसके बाद स्ट्राइक रोटेट करने पर ध्यान दिया। पारी का पहला छक्का कॉनवे ने 11वें ओवर में मार्क वुड पर लगाया, तो मिचेल ने राशिद की गेंद लांग ऑफ पर छह रन के लिये भेजी।
लेकिन कामचलाऊ स्पिनर लिविंगस्टोन (22 रन देकर दो) ने बीच के ओवरों में गजब की भूमिका निभायी। उन्होंने कॉनवे को छकाकर उन्हें स्टंप आउट कराया और फिर नये बल्लेबाज ग्लेन फिलिप्स (दो) को गेंद हवा में लहराने के लिये मजबूर किया।
न्यूजीलैंड को आखिरी चार ओवर में 57 रन चाहिए थे ऐसे में 17वें ओवर में क्रिस जोर्डन ने 23 रन लुटाये। इसमें नीशाम के दो छक्के शामिल हैं। इनमें से दूसरे छक्के को जॉनी बेयरस्टॉ ने बड़ी खूबसूरती से कैच में बदल दिया था लेकिन वह सीमा रेखा पार कर गये।
आदिल राशिद को 18वां ओवर सौंपना मुश्किल फैसला था। नीशाम के बाद मिचेल ने भी इस ओवर में छक्का लगाकर अपना अर्धशतक पूरा किया। नीशाम हालांकि इस ओवर की आखिरी गेंद पर कैच दे बैठे। मिचेल ने हालांकि वोक्स के अगले ओवर में लगातार दो छक्के और विजयी चौका जड़कर जीत औपचारिकता बना दी थी।
इससे पहले जैसन रॉय चोटिल होने के कारण नहीं खेल रहे थे और उनकी अनुपस्थिति में बटलर के साथ पारी का आगाज करने वाले बेयरस्टॉ (17 गेंदों पर 13 रन) छठे ओवर में आउट होने से पहले केवल एक विश्वसनीय शॉट लगा पाये थे।
बटलर के दो दर्शनीय चौकों और पांच अतिरिक्त रन की मदद से इंग्लैंड ने बोल्ट के पारी के चौथे ओवर में 16 रन बटोरे थे लेकिन एडम मिल्न (31 रन देकर एक) ने गेंद थामते ही बेयरस्टॉ को पवेलियन भेज दिया। विलियमसन ने बेयरस्टॉ के कवर ड्राइव डाइव लगाकर बड़ी खूबसूरती से कैच में बदला। इंग्लैंड पावरप्ले में 40 रन तक ही पहुंच पाया।
विलियमसन ने इसके तुरंत बाद दोनों छोर से स्पिन आक्रमण लगा दिया। इसका उन्हें तब फायदा मिला जब लेग स्पिनर ईश सोढ़ी (32 रन देकर एक) ने बटलर को पगबाधा आउट करके न्यूजीलैंड को बड़ी सफलता दिलायी। बटलर रिवर्स स्वीप से चूक गये थे और उन्होंने साथ में एक रिव्यू भी गंवा दिया।
मलान की टाइमिंग गजब थी और उनका प्रिय शॉट कवर ड्राइव उससे भी अधिक आकर्षक, लेकिन न्यूजीलैंड के गेंदबाजों ने बीच के ओवरों में भी बल्लेबाजों को खुलकर खेलने की छूट नहीं दी। दूसरे छोर पर मोईन अली संघर्ष कर रहे थे और ऐसे में रन गति तेज करने की दरकार थी। मलान ने टिम साउदी (24 रन देकर एक) पर छक्का लगाया लेकिन अगली गेंद बल्ले का किनारा लेकिर विकेटकीपर कॉनवे के दस्तानों में समा गयी।
विलियमसन ने डेथ ओवरों में सोढ़ी को गेंद सौंपने का जुआ खेला। मोईन ने उनकी एक गेंद को हॉफ वॉली पर लेकर 92 मीटर लंबा छक्का लगाया और मिल्न की शार्ट पिच गेंद को मिडविकेट पर छह रन के लिये भेजा। इस ओवर में लियाम लिविंगटोन (10 गेंदों पर 17 रन) ने भी गगनदायी छक्का लगाया। जेम्स नीशाम ने लिविंगस्टोन को आउट किया लेकिन मोईन उन पर चौका लगाकर टी20 विश्व कप में अपना पहला अर्धशतक पूरा करने में सफल रहे।