Black Lives Matter के लिए घुटने टेकने से किया मना तो दक्षिण अफ्रीका ने टीम से निकाला कीपर को
मंगलवार, 26 अक्टूबर 2021 (16:47 IST)
दुबई: क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका के रंगभेद के खिलाफ मैदान पर खिलाड़ियों के घुटने टेकने के निर्देश के बाद दक्षिण अफ्रीकाई टीम में तनाव पैदा हो गया है। दरअसल इस फैसले को टीम के स्टार एवं इंफॉर्म विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंडन डी कॉक के आज यहां वेस्ट इंडीज के खिलाफ टी-20 विश्व कप का अहम मुकाबला न खेलने से जोड़ कर देखा जा रहा है।
डी कॉक ना तो चोटिल हैं और ना ही आउट ऑफ फॉर्म हैं, बावजूद इसके वह अपनी मर्जी से प्लेइंग इलेवन (एकादश) में शामिल नहीं हुए हैं। कप्तान तेम्बा बावुमा ने बेशक इसके पीछे निजी कारण का हवाला दिया हो, लेकिन सीएसए के रंगभेद के खिलाफ सभी खिलाड़ियों के मैदान पर घुटने टेकने के निर्देश के बाद डी कॉक ने मैच न खेलने का फैसला लिया है, हालांकि अभी इस बात की पुष्टि नहीं हुई है।
सीएसए ने मंगलवार को एक विज्ञप्ति में कहा, “ हम सर्वसम्मति से एक निर्देश जारी करने पर सहमत हुए हैं जो मैच शुरू होने से पहले मैदान पर रंगभेद के खिलाफ सभी खिलाड़ियों के घुटने टेकने से संबंधित है। ” समझा जाता है कि बोर्ड ने सोमवार की रात को यह निर्णय लिया था और मंगलवार को एक विज्ञप्ति जारी करते हुए इसकी घोषणा की।
पहले भी निजी मसला बताकर कॉक ने नहीं टेके थे घुटने
उल्लेखनीय है कि डी कॉक ने इस वर्ष सेंट लूसिया में वेस्ट इंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान 12 जून को एक ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में घुटने न टेकने के पीछे की वजह बताने से इनकार कर दिया था। उन्होंने कहा था, “ यह मेरा निजी मसला है। मैं इसे अपने तक सीमित रखूंगा। यह मेरी व्यक्तिगत राय है। हर किसी का अपना-अपना निर्णय है, किसी को कुछ भी करने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए। मैं चीजों को इसी तरह देखता हूं। ”
बाउचर ने कहा था हर मैच में नहीं करेंगे दिखावा
वहीं ब्लैक लाइव्स मैटर आंदोलन की शुरुआत के वक्त दक्षिण अफ्रीकाई टीम ने भी घुटनों पर बैठने से इनकार कर दिया था। खुद टीम के मुख्य कोच मार्क बाउचर ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा था कि वह इस आंदोलन का समर्थन करते हैं, लेकिन वह हर मैच में घुटनों पर बैठकर इसका दिखावा नहीं करना चाहते, पर अब दक्षिण अफ्रीकाई क्रिकेट बोर्ड ने इसका समर्थन करने का ऐलान किया है। इसके तहत अब खिलाड़ी हर मैच से पहले घुटने पर बैठेंगे। उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले में भारतीय खिलाड़ी भी रंगभेद के खिलाफ मैच से पहले घुटनों पर बैठे थे।
यह मैच दक्षिण अफ्रीका के लिए काफी जरूरी था लेकिन फिर भी बोर्ड ने कॉक के इस कदम के कारण उनको अंतिम ग्यारह में शामिल नहीं किया।
दक्षिण अफ्रीका इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 5 विकेट से हार गई थी। इस मैच में डि कॉक अच्छी लय में नजर आ रहे थे लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से बोल्ड हो गए थे। उनके आउट होने के बाद कोई भी बल्लेबाज टिक कर नहीं खेल सका था। वेस्टइंडीज जैसी टीम के खिलाफ कॉक जैसे खिलाड़ी का ना होना निश्चित तौर पर दक्षिण अफ्रीका को खल सकता है।
दक्षिण अफ्रीका की टीम में क्विंटन डिकॉक ने ख़ुद को अनुपलब्ध करार किया है इसलिए उनकी जगह रीज़ा हेंड्रिक्स खेलेंगे। इस वाक्ये पर कॉक के विरोध और समर्थन में ट्विटर पर कई ट्वीट्स देखने को मिले।
South African Hashim Amla was allowed to play without sporting An alcohol brand's logo on his jersey for years but Quinton de Kock has been dropped from same team for refusing to kneel down in support of BLM.
Secularism isn't just discriminatory in India but a global phenomenon.
Quinton de Kock being so committed to not being anti-racist that hed rather not play for his national side than take part in the anti-racism gesture is very telling of him as an individual, rightly called out by the commentators early on too, excellent from Pommie and Sammy.
IF Quinton de Kock has made himself unavailable for this #T20WorldCup match against the West Indies because players have been instructed to take the knee, then he must be withdrawn from the squad immediately. pic.twitter.com/nWzTjKI3Ei
You can't force someone to do that. Also not 'taking a knee' doesn't make him a racist, he believes in actual equality and not on quota on South Africa cricket!!#T20WorldCup
इससे पहले दक्षिण अफ़्रीका ने वेस्ट इंडीज के खिलाफ आईसीसी टी 20 विश्व कप के ग्रुप एक मुकाबले में मंगलवार को टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी करने का फ़ैसला किया। वेस्टइंडीज़ की टीम में एक बदलाव किया है और ओबेद मकॉए की जगह हेडन वॉल्श को अपना पहला विश्व कप मैच मौका मिला।