India vs Pakistan T20 World Cup 2024 Jasprit Bumrah : भारतीय क्रिकेट के दुर्लभ नगीनों में शुमार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह का कहना है कि उन्हें यह बात बड़ी हास्यास्पद लगती है कि एक साल पहले तक लोग उनके करियर के खत्म होने की बातें कर रहे थे और अब उन्हें सर्वश्रेष्ठ बुलाते हैं।
बुमराह ने 2022 में पीठ के निचले हिस्से में स्ट्रेस फ्रेक्चर के लिए सर्जरी कराई थी जिसके कारण वह आस्ट्रेलिया में टी20 विश्व कप (T20 World Cup 2022) में नहीं खेल पाए थे। घरेलू सरजमीं पर सीरीज में वापसी करने से पहले उन्हें खिंचाव आ गया जिससे वह 10 से ज्यादा महीनों के लिए क्रिकेट से बाहर हो गए। लोग उनके तीनों प्रारूपों में खेलने के कार्यभार से निपटने की काबिलियत पर सवाल उठाने लगे।
लेकिन बुमराह ने पिछले एक साल में तीनों प्रारूपों में मिलाकर 67 विकेट झटककर आलोचकों का मुंह बंद कर दिया जिसमें रविवार (9 जून) को पाकिस्तान के खिलाफ कम स्कोर वाले टी20 विश्व कप मुकाबले में 14 रन देकर तीन विकेट चटकाने वाला मैच विजयी प्रदर्शन भी शामिल है।
बुमराह ने वापसी करने की उनकी काबिलियत पर शक करने वाले लोगों पर निशाना साधते हुए कहा, एक साल पहले तक ये ही लोग कह रहे थे कि मैं शायद फिर दोबारा नहीं खेल पाऊंगा और मेरा करियर खत्म हो गया है। लेकिन अब यह सवाल बदल गया है।
उन्होंने कहा, मैं मैच में इस चीज पर ध्यान नहीं देता कि मैं अपनी सर्वश्रेष्ठ क्षमता से गेंदबाजी कर रहा हूं या नहीं, बल्कि मैं मैच में मौजूद समस्या का निदान करने की कोशिश करता हूं। मैं जानता हूं कि यह घिसा पिटा जवाब है। लेकिन मैं इसी पर फोकस करने की कोशिश कर रहा था कि इस तरह के विकेट पर यहां सर्वश्रेष्ठ विकल्प क्या है।
बुमराह ने कहा, मैं शॉट लगाना कितना मुश्किल बना देता हूं? मेरे लिए सर्वश्रेष्ठ विकल्प क्या हैं? इस तरह मैं वर्तमान में रहने की कोशिश करता हूं कि और मुझे क्या करना है, इस पर फोकस करता हूं।
Jasprit Bumrah said - "I always advocate bowlers, but we're very happy with the appreciation that bowlers have received because our country is obviously a batsman loving country & we understand but we are very happy that bowlers are coming up front". pic.twitter.com/opkrCVhKu3
इस तरह के भावनाओं से भरे बड़े मुकाबले में बाहर का शोर दबाव बना सकता है लेकिन बुमराह इन सब की अनदेखी कर इससे निपटने में सफल रहते हैं, उन्होंने कहा, अगर मैं बाहर का शोर देखूंगा, लोगों को देखूंगा तो दबाव और भावनाएं हावी हो जाएंगी। फिर मेरे लिए चीजें काम नहीं करेंगी।
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 17 पिछले महीने ही खत्म हुआ है और टी20 विश्व कप खेलने आई भारतीय गेंदबाजी इकाई इसके कारण थकी नहीं दिख रही है। उन्होंने कहा, IPL हालांकि गेंदबाजों के मुफीद नहीं था लेकिन हम खुश हैं कि हम थकान के साथ यहां नहीं आए हैं और हमें जब भी यहां मदद मिल रही है तो हम इसका इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहे हैं।
कम स्कोर वाले मैचों में अकसर तेज गेंदबाज अलग तरह की गेंद जैसे यॉर्कर या बाउंसर आजमाने की कोशिश करते हैं लेकिन बुमराह का कहना है कि किसी को भी इनकी अति नहीं करनी चाहिए।
उन्होंने कहा, अगर हम जादुई गेंद डालने के लिए बेताब होने की कोशिश करेंगे तो रन बनाना आसान हो जाएगा और कम स्कोर को देखते हुए हमें परिस्थितियों देखकर इनकी अति नहीं करनी चाहिए।
बुमराह ने कहा, जब भी मदद मिलती है तो आप अति उत्साही हो सकते हो। आप बल्लेबाज को लुभाने के लिए बाउंसर, आउट स्विंगर, इन स्विंगर डाल सकते हो। लेकिन आपको ऐसा करने की जरूरत नहीं है। मैंने यही सीखा है।
उन्होंने कहा, इस मैच में ऐसा ज्यादा नहीं हो रहा था। हमने दबाव जरूर बनाया था। थोड़ा लेटरल मूवमेंट था लेकिन पिछले मैच की तरह इतना ज्यादा नहीं था। (भाषा)