बांग्लादेश के युवा बल्लेबाज तौहीद हृदय ने कहा है कि अनुभवी बल्लेबाज महमूदुल्लाह रियाद को पगबाधा देने का मैदानी अंपायर का फैसला बुरा निर्णय था जिसके कारण उनकी टीम को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच गंवाना पड़ा। डीआरएस का सहारा लेने पर इस फैसले को बदल दिया गया।
दक्षिण अफ्रीका के 114 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए बांग्लादेश ने सात विकेट पर 109 रन बनाए। आईसीसी के एक विवादास्पद नियम के कारण बांग्लादेश ने लेग बाय के चार रन गंवाए जब ओटनील बार्टमैन की गेंद पर अंपायर सैम नोगास्की ने महमूदुल्लाह को पगबाधा आउट दिया।
गेंद बाउंड्री के पार चली गई लेकिन महमूदुल्लाह के डीआरएस लेने के कारण इसे डेड (जिस पर रन नहीं बन सकते) माना गया। महमूदुल्लाह तो नॉटआउट करार दिए गए लेकिन बांग्लादेश ने चार रन गंवा दिए।
आईसीसी के नियमों के अनुसार अगर मैदानी अंपायर बल्लेबाज को पगबाधा आउट देता है तो तीसरे अंपायर द्वारा फैसला पलटने की स्थिति में भी कोई अतिरिक्त रन (लेग बाय या बाय) नहीं मिलेगा।
बांग्लादेश को नहीं मिले चार रन के बारे में पूछने पर हृदय ने कहा, असल में ईमानदारी से कहूं तो यह एक अच्छा फैसला नहीं था। यह एक कड़ा मुकाबला था। मेरे दृष्टिकोण से, अंपायर ने आउट दिया, लेकिन यह हमारे लिए थोड़ा मुश्किल है क्योंकि उन चार रन से मैच का परिदृश्य बदल जाता।उन्होंने कहा, इसलिए मेरे पास इसके बारे में कहने के लिए कुछ नहीं है।
Mahmudullah was wrongly given out LBW, the ball went for four leg byes. The decision was reversed on DRS. Bangladesh didn't get the 4 runs as ball is dead once batter given out, even if wrongly. And SA ended up winning the game by 4 runs. Feel for Bangladesh fans. #SAvBAN#T20WC
हालांकि 23 वर्षीय हृदय ने इस सवाल को टाल दिया कि वह नियम से सहमत हैं या नहीं।हृदय ने कहा, देखिए, नियम आईसीसी ने बनाए हैं जो मेरे हाथ में नहीं है लेकिन उस समय वे चार रन हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण थे। मुझे लगता है कि अंपायर ने फैसला सुनाया है और अंपायर फैसला सुना सकते हैं। वे भी इंसान हैं और उनसे गलती हो सकती है।
उन्होंने कहा, लेकिन हमें दो-तीन और वाइड मिलने चाहिए थे जिन्हें नहीं दिया गया। इसलिए इस तरह के मैच में, जहां कम स्कोर वाले मैच में मुश्किल से रन बनते हैं, वहां एक या दो रन बहुत महत्वपूर्ण होते हैं।
इस बल्लेबाज ने कहा, इसलिए मुझे लगता है कि वे चार रन या दो वाइड रन करीबी फैसले थे। यहां तक कि मेरा आउट भी अंपायर कॉल था। इसलिए मुझे लगता है कि इन क्षेत्रों में सुधार की गुंजाइश है।(भाषा)