भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने आईसीसी टी20 विश्व कप के सुपर आठ चरण के ग्रुप एक मैच में सोमवार को यहां ऑस्ट्रेलिया को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाने के बाद कहा कि वह अपने तूफानी अर्धशतक के दौरान बस उसी अंदाज में बल्लेबाजी करना चाहते थे जैसे अब तक करते आए हैं।
भारत के 206 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया सलामी बल्लेबाज ट्रेविस हेड (76 रन, 43 गेंद, नौ चौके, चार छक्के) के अर्धशतक और उनकी कप्तान मिशेल मार्श (37) के साथ दूसरे विकेट की 81 और ग्लेन मैक्सवेल (20) के साथ तीसरे विकेट की 41 रन की साझेदारी के बावजूद सात विकेट पर 181 रन ही बना सका।
भारत की तरफ से अर्शदीप ने 37 रन देकर तीन जबकि कुलदीप यादव ने 24 रन देकर दो विकेट चटकाए। अक्षर पटेल (21 रन पर एक विकेट) और जसप्रीत बुमराह (29 रन पर एक विकेट) ने भी एक-एक विकेट हासिल किया।
19 गेंदों में 50 रन बनाकर रोहित शर्मा ने लिया 19 नवंबर का बदला
रोहित ने इससे पहले 41 गेंद में सात चौकों और 8 छक्कों से 92 रन की तेजतर्रार पारी खेली जिससे भारत ने पांच विकेट पर 205 रन का मौजूदा टूर्नामेंट का अपना सर्वोच्च स्कोर बनाया। उन्होंने ऋषभ पंत (15) के साथ दूसरे विकेट के लिए सिर्फ 38 गेंद में 87 रन की साझेदारी की।इस दौरान उन्होंने 200 टी-20 अंतरराष्ट्रीय छक्के भी पूरे किए। इतने छक्के लगाने वाले वह पहले भारतीय बल्लेबाज हैं।
मैच के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुने गए रोहित ने कहा कि वह बस उसी अंदाज में बल्लेबाजी करना चाहते थे जैसे अब तक करते आए हैं।रोहित ने मैच के बाद कहा, जब आप खुले दिमाग से खेलते हैं और सिर्फ एक शॉट के बारे में नहीं सोचते तो आप मैदान के सभी हिस्सों में रन बना सकते हैं। यह एक अच्छा विकेट था और आप शॉट खेलने के लिए खुद को तैयार करना चाहते हैं। मैं पिछले कुछ वर्षों से ऐसा करने की कोशिश कर रहा हूं और मुझे खुशी है कि आज यह संभव हो पाया।
उन्होंने कहा, अर्धशतक और शतक मायने नहीं रखते, मैं बस उसी अंदाज से बल्लेबाजी करना चाहता था जैसे करता आया हूं। आप बड़ा स्कोर बनाना चाहते हैं। हां, लेकिन साथ ही आप चाहते हैं कि गेंदबाज सोचें कि अगला शॉट कहां आएगा और मुझे लगता है कि मैं आज ऐसा करने में कामयाब रहा।
तेज हवा के बीच बल्लेबाजी करने के संदर्भ में रोहित ने कहा, मैंने पहले ओवर से ही सोचा था कि तेज हवा चल रही है। उन्होंने अपनी योजना बदली और हवा के विपरीत गेंदबाजी की इसलिए मुझे लगा कि मुझे ऑफ साइड में भी शॉट खेलने होंगे। आपको हवा का भी ध्यान रखना होगा और समझना होगा कि गेंदबाज भी समझदार हैं और मैदान के सभी तरफ शॉट खेलने होंगे।'