बिग बॉस 8 : कौन बनेगा विजेता?

समय ताम्रकर

गुरुवार, 29 जनवरी 2015 (12:00 IST)
बिग बॉस सीजन 8 का विजेता चंद दिनों में घोषित होने वाला है। अली कुली मिर्जा, डिम्पी महाजन, गौतम गुलाटी, करिश्मा तन्ना और प्रीतम फाइनल में पहुंच चुके हैं। करिश्मा, प्रीतम और गौतम पहले दिन से टिके हुए हैं जो उनकी लोकप्रियता का सबूत है। कई बार घर से बेघर होने के लिए नॉमिनेट होने के बावजूद जनता ने उन्हें बचा लिया। अली और डिम्पी ने सबसे पहले वाइल्ड कार्ड के जरिये एंट्री ली और उनका फाइनल तक पहुंचना दर्शाता है कि वे लोकप्रिय हैं। आइए चर्चा करते हैं कि किसका दावा सबसे मजबूत है।
 
दावेदार नंबर वन : गौतम गुलाटी 

इस बात में कोई शक नहीं है कि गौतम गुलाटी का दावा सबसे मजबूत है। करिश्मा तन्ना से शो के शुरुआत में उनकी लड़ाई हुई और वे हीरो बन गए। घर के हर शख्स से वे कई बार उलझे और कई बार अलग-थलग पड़ गए। लुक और एट पैक एब्स के कारण वे लड़कियों के बीच हॉट रहे। गौतम जैसे हैं वैसे पेश आए और इसीलिए लोगों की पसंद नंबर वन बने रहे। पुनीत इस्सर की परछाई बने रहने से वे आलोचना के पात्र बने, लेकिन इसकी परवाह उन्होंने कभी नहीं की। पुनीत के शो से जाने के बाद वे थोड़े मायूस नजर आए और शो पर उनकी पकड़ ढीली पड़ गई, इसके बावजूद वे अभी भी इस खिताब को जीतने वाले सबसे तगड़े दावेदार हैं। 

दावेदार नंबर टू : करिश्मा तन्ना
बिग बॉस के पिछले चार सीजन से महिलाएं इस खिताब को जीतती आ रही हैं उसे देख करिश्मा का दावा मजबूत नजर आता है। खूबसूरत होने का करिश्मा को अतिरिक्त लाभ मिला। वे आसानी से माफ करने वालों में नहीं हैं। शो की शुरुआत में गौतम से उन्होंने झगड़ा किया और पूरे सीजन में दुश्मनी निभाई। शो खत्म होने के चंद दिन पहले ही दोनों के बीच तल्खी कम हुई। स्पष्टवादी होने से लोग उन्हें पसंद करते हैं। सामान्य ज्ञान की कमी होने के कारण उन्हें हंसी का पात्र बनना पड़ा, लेकिन करिश्मा ने इस बात को गंभीरता से नहीं लिया। पीथ्रीजी ग्रुप (पुनीत, प्रणीत, प्रीतम और गौतम) के वे हमेशा निशाने पर रही। ये चारों मिलकर भी करिश्मा को परेशान नहीं कर पाए और करिश्मा हमेशा उन पर भारी पड़ी। स्वार्थी होने का करिश्मा पर आरोप भी लगा। इस बात को स्वीकार कर उन्होंने विरोधियों से मुद्दा छीन लिया। वे हमेशा अपना बॉयफ्रेंड की बात कहती रही और फिर उपेन पटेल को दिल दे बैठी। इससे करिश्मा की छवि प्रभावित हुई, लेकिन दूसरी ओर कई दर्शकों को 'उपमा' (उपेन-करिश्मा) की जोड़ी बहुत पसंद आई। गौतम के बाद उनका दावा सबसे मजबूत है और आखिरी कुछ दिनों में उनकी लोकप्रियता बढ़ी है जिसका फायदा मिल सकता है। 

दावेदार नंबर तीन : अली कुली
वाइल्ड कार्ड से अली ने एंट्री ली और देखते ही देखते शो के अन्य प्रतिभागियों पर वे भारी पड़े। जब तक कैप्टन रहे तब तक अली का अलग ही रूप देखने को मिला। एकदम सख्त मिजाज और अनुशासन प्रिय। कैप्टन का पद जाते ही अली का मसखरे वाला रूप सामने आया। कभी वे विदूषक बने तो कभी विनाशक। इधर की बात उधर कर उन्होंने हाउसमेट्स के बीच खूब आग लगाई। कभी किसी के प्रति वफादारी नहीं दिखाई। इस बात को सभी के सामने स्वीकारा भी। मजाक और बदतमीजी की रेखा के भेद को वे कभी समझ नहीं पाए। इस वजह से उन्हें सोनाली के हाथों थप्पड़ भी खाना पड़ा और एजाज खान से मारपीट भी की। अली ने सबसे ज्यादा मनोरंजन दर्शकों को प्रदान किया और इस कारण वे फाइनल तक जा पहुंचे। शो जीतने के वे तीसरे नंबर के दावेदार हैं, लेकिन जीत जाए तो आश्चर्य मत कीजिएगा। 

दावेदार नंबर चार : प्रीतम सिंह
मध्य मार्ग पर चलने के प्रीतम हमेशा हिमायती रहे। न किसी से उलझना। ‍न किसी के विवाद में पड़ना। हमेशा सौम्य बने रहना। अपना पक्ष रखने से भी वे हमेशा बचते रहे। शुरुआत में प्रीतम को इस रूप में देखना अच्‍छा लगा, लेकिन जैसे-जैसे शो समाप्ति की ओर बढ़ रहा है, महसूस हो रहा है कि प्रीतम का यह स्वांग है। वे शो जीतने के लिए केवल अच्छी इमेज बनाने में लगे हुए हैं। हालांकि अच्छी छवि को शो के आखिर तक बनाने में सफल रहने के कारण उन्होंने प्रशंसकों की अच्छी खासी संख्या जमा कर ली है। प्रीतम के विरुद्ध यह बात जाती है कि वे हमेशा पीछे खड़े रहे और फ्रंट फुट पर आने से हमेशा बचते रहे। लड़के-लड़कियों के बीच हमेशा भेद करते रहे और पुरुष होने का अभिमान उनके व्यवहार से झलकता रहा है। डिम्पी और करिश्मा से उनकी कभी नहीं बनी और हमेशा लड़कियों को वे नापसंद करते रहे। प्रीतम के विजेता बनने के अवसर कम है।  

दावेदार नंबर पांच : डिम्पी महाजन
अपनी तीखी आवाज से हाउसमेट्स के कानों के परदे हिलाने वाली डिम्पी बोलना शुरू करती है तो रूकती नहीं। उनके खिलाफ यदि कोई कुछ कर दे तो देर तक वे इस बात को खींचती रहती है। लड़ती है। परेशान होती हैं और फिर रोने बैठ जाती हैं। संभावना, प्रीतम, अली और करिश्मा से उन्होंने जम कर पंगे लिए। कई बार सारे घर वाले उनके खिलाफ हो गए, लेकिन वे डटी रहीं। राहुल महाजन के आने से वे पहले घबराईं, लेकिन फिर राहुल को पसंद करने लगी। दोनों तलाक की राह पर है, लेकिन शो के जरिये पता चलता है कि अभी भी वे एक-दूसरे को पसंद करते हैं। डिम्पी की सबसे बड़ी खूबी यह है कि वे अपनी बात को अच्छी तरह से रखना जानती हैं, लेकिन झगड़ालू स्वभाव के कारण लोग उन्हें नापसंद भी करते हैं। क्या डिम्पी विजेता बन सकती हैं? उम्मीद क्षीण है। 

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