बिग बॉस की मजबूरी है सोनाली की वापसी?

क्या बिग बॉस को प्रतियोगी नहीं मिल रहे हैं? क्या वह ऐसे चेहरे नहीं तलाश पा रहा है जिससे ग्लैमर बढ़े। ऐसी विवादास्पद शख्सियत नहीं मिल रही है जो टीआरपी बढ़ाए? शायद यही वजह है कि पहले सप्ताह में ही बाहर हुईं सोनाली राउत को बिग बॉस में फिर एंट्री दे दी गई है। 
 
क्या सोनाली को वापस शो में एंट्री देना बिग बॉस की मजबूरी को नहीं दर्शाता। सोनाली के कारण शो का ग्लैमर बढ़ता है, जो सोनाली के शो से बाहर होने के कारण कम हो गया था। दो-तीन दिन में सोनाली को फिर प्रवेश दे दिया गया। क्या यह शो के नियम के खिलाफ नहीं है कि जिसे एक बार जनता ने बाहर का रास्ता दिखा दिया उसे फिर से शो में ला खड़ा कर दिया। 
 
यह सही प्रतियोगिता नहीं है। प्रतियोगियों को ऐसा महसूस हो रहा होगा कि जिसे पहले राउंड में ही बाहर कर दिया गया है उससे फिर मुकाबला करना होगा। क्या सोनाली जैसा व्यवहार दूसरे प्रतियोगियों के साथ भी किया जाएगा? क्या सभी को दूसरा मौका मिलेगा? बिग बॉस में पहले भी ऐसा होता आया है। पिछले साल कुशल और गौहर बाहर हो गए थे और उन्हें फिर शो में प्रवेश दे दिया गया। 
 
बिग बॉस के अपने नियम है और उनमें जैसे चाहे बदलाव आए दिन होते रहते हैं, लेकिन इससे शो की विश्वसनीयता प्रभावित हो रही है। 

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