जासूसी धारावाहिक का छोटे परदे पर बेहतर करने का बहुत अच्छा स्कोप है, लेकिन करमचंद, तहकीकात, व्योमकेश बक्षी जैसे कुछ ही जासूसी धारावाहिक याद रहते हैं। कुछ और प्रयास भी हुए हैं, लेकिन बात नहीं बन पाई। जासूसी कहानी के बूते पर दर्शकों को साधना बहुत कठिन है। दर्शक गलती पकड़ने के लिए बैठे रहते हैं। जरा सी चूक हुई और गई भैंस पानी में।
पहले एपिसोड में शानदार कहानी चुनी जाती है, लेकिन 'देव' के पहले एपिसोड की कहानी लचर थी। बताया जा रहा है कि सच्ची घटनाओं से ये प्रेरित है। एक बच्ची के अपहरण करने वाले का पता देव अपनी जासूसी ज्ञान के जरिये लगाता है।
आशीष चौधरी फिल्मों में बिलकुल प्रभावित नहीं कर पाए, इसलिए बाहर हो गए। लंबे समय बाद उन्होंने छोटे परदे से वापसी की है। उनका अभिनय सुधरा हुआ जरूर लगा, लेकिन अभी उन्हें बहुत कुछ सीखना है।