जावेद बताएंगे कि इस गाने के बोल शंकर-जयकिशन के दिमाग में कैसे आएं? हुआ यूं कि एक बार जयकिश, उनके सहायक दत्ताजी और हसरत जयपुरी साथ में यात्रा कर रहे थे। उनका एक दोस्त पीछे दूसरी गाड़ी में था। दत्ताजी बार-बार पीछे मुड़ कर देख रहे थे ताकि उनका दोस्त अलग न हो जाए।