मैं एक बात अब तक नहीं भूल सकता कि उन्होंने मेरे 2 भाइयों को पनाह दी, शैतानों से बचाकर दो दिन घर में छुपाकर रखा...फिर उन्हें पिछले दरवाजे से निकाल दिया...लेकिन वही पड़ोसी ने फिर हमारे घर पर कब्जा कर लिया....दोनों अनुभव एक ही परिवार से मिल गए पर फिर भी उन्होंने जान बचाई ये बात हम कभी नहीं भूल सकते, ठीक है घरों पर कब्जा कर लिया....पर पनाह तो दी थी, दो दिन ही सही, जान तो बचाई न....