मशविरा

बुधवार, 4 सितम्बर 2013 (11:10 IST)
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मेरी जां इस क़दर अंधे कुएं में
भला यूं झांकने से क्या दिखेगा
कोई पत्थर उठाओ और फेंको
अगर पानी हुआ तो चीख उठेगा

-मोहम्‍मद अलवी

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