वाराणसी, चंदौली, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मिर्जापुर मऊ, बलिया, सोनभद्र व भदोही जिलों में 61 विधानसभा सीटें हैं। इन सभी विधानसभा सीटों में से जिस भी राजनीतिक दल को 50 प्रतिशत से ज्यादा सीटें मिलीं। उत्तरप्रदेश में सत्ता उसके हाथ में आई है। बीते दस वर्षों में दो विधानसभा चुनाव हुए उनके परिणाम के अनुसार 2007 के विधानसभा चुनाव में इन दस जिलों की 61 विधानसभा सीटों पर बहुजन समाज पार्टी को 36 सीटें मिली थीं। इसका प्रतिशत लगभग 60 था।
इसमें वर्तमान में प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी को 65 प्रतिशत का फायदा हुआ और उसे 39 सीटें मिली थीं, वहीं बहुजन समाज पार्टी को केवल 8 सीटें व भाजपा को मात्र 5 सीटें मिलीं। कांग्रेस को जरूर 4 सीटों का फायदा हुआ। इसके बाद प्रदेश में पूर्ण बहुमत की सरकार समाजवादी पार्टी की बनी। यह कहना गलत नहीं होगा कि पूरब के 10 जिलों की 61 सीटें ही सत्ता के भाग्य का फैसला करेंगी। इस चुनाव में भाग्य किसका साथ देता है, इसका पता तो 11 मार्च को ही चलेगा।