मुलायम सिंह यादव इससे पहले के चुनाव में अपनी पार्टी के मुख्य प्रचारक रहा करते थे। स्टार प्रचारकों की सूची में इस बार भी वे अपनी पार्टी में लिखत-पढ़त में सबसे ऊपर हैं, लेकिन प्रथम चरण में 15 जिलों की 73 सीटों पर 11 फरवरी को होने वाले मतदान में प्रचार के लिए नहीं निकले। यादव का चुनाव प्रचार के लिए नहीं निकलने के कई मायने लगाए जा रहे हैं। प्रथम चरण का प्रचार अभियान भी गुरुवार शाम थम जाएगा।
मुलायम सिंह यादव के एक करीबी ने कहा कि सपा संरक्षक प्रचार अभियान से जान-बूझकर अलग हैं। वे चाहते हैं कि पार्टी की नई पीढ़ी अपने पैरों पर खड़ी हो, उसमें निर्णय लेने की मजबूत क्षमता पैदा हो, दूरदृष्टि आए, लेकिन एक बड़ा तबका इससे अलग अपनी राय व्यक्त करता है। इस तबके का मानना है कि यादव पार्टी के अध्यक्ष पद पर बने रहना चाहते थे। उन्हें जिस तरह से हटाया गया उससे वे आहत हैं इसीलिए प्रचार के लिए नहीं निकल रहे हैं।