पूर्व राष्ट्रपति ने शनिवार को मिनेसोटा में एक चुनावी रैली में कहा, यह वास्तव में डेमोक्रेटिक पार्टी के नेताओं द्वारा किया गया तख्तापलट था। यह एक ऐसे व्यक्ति का तख्तापलट था जिसके पास एक करोड़ 40 लाख वोट थे। वह (बाइडन) चुनाव लड़ना चाहते थे। उन्होंने (डेमोक्रेटिक पार्टी के नेताओं ने) उन्हें (बाइडन को) चुनाव नहीं लड़ने दिया। उन्होंने उनके साथ बहुत बुरा व्यवहार किया।
उन्होंने कहा, और उन्होंने (बाइडन ने) कहा, मैं पीछे हट जाऊंगा। और फिर फर्जी खबर में कहा गया कि वह बहुत बहादुर थे। ऐसा नहीं है, उन्हें जाने के लिए मजबूर किया गया था। पूर्व राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी की हत्या के बाद राष्ट्रपति पद का उत्तराधिकार निर्धारित करने के लिए संसद ने अमेरिकी संविधान का 25वां संशोधन पारित किया था।
यह संशोधन उपराष्ट्रपति के साथ-साथ कैबिनेट को राष्ट्रपति को ऐसी स्थिति में पद से हटाने की शक्ति देता है जब उसे शारीरिक रूप से अक्षम माना गया हो। बाइडन (81) ने 20 जुलाई को राष्ट्रपति पद की चुनावी दौड़ से पीछे हटने के अपने फैसले की घोषणा की थी और चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार के तौर पर उपराष्ट्रपति कमला हैरिस का समर्थन किया था। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour