Tulsi Gabbard News in Hindi: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में विजयी डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) को भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का काफी करीबी माना जाता है। ट्रंप एक बार फिर सुपर पॉवर अमेरिका के 'सुपरमैन' बनने जा रहे हैं। हालांकि पिछला चुनाव वे जो बाइडेन से हार गए थे। अब सबकी नजर उनकी टीम पर है। ऐसा माना जा रहा है कि ट्रंप समर्थक भारतवंशी तुलसी गबार्ड को ट्रंप सरकार में बड़ी भूमिका मिल सकती है। यदि ऐसा होता है तो यह भारत के हित में ही होगा। डेमोक्रेटिक पार्टी की पूर्व नेता तुलसी अमेरिका की पहली हिन्दू सांसद हैं।
2022 में छोड़ी थी डेमोक्रेटिक पार्टी : तुलसी गबार्ड अमेरिका की पहली हिंदू सांसद और डेमोक्रेटिक पार्टी की पूर्व नेता रह चुकी हैं। गबार्ड अमेरिकन समोआ का प्रतिनिधित्व करती थीं। हालांकि, साल 2022 में उन्होंने डेमोक्रेटिक पार्टी का साथ छोड़ दिया था और स्वतंत्र राजनीति के रास्ते पर निकल गई थीं, लेकिन बाद में उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप के चुनावी मंच से रिपब्लिकन पार्टी में शामिल होने का ऐलान कर दिया था।
क्यों रखा तुलसी नाम : अमेरिकी समोआ में जन्मी तुलसी गबार्ड के पिता समोआ और यूरोपीय वंश के हैं, जबकि उनकी मां इंडियन हैं। हिंदू धर्म में उनकी रुचि के कारण उन्होंने उनका नाम तुलसी रखा। गबार्ड कांग्रेस की वोटिंग सदस्य बनने वाली पहली समोआ-अमेरिकी थीं। उन्होंने सेना में रहते हुए इराक में सेवाएं दीं। 2019 में जब उन्होंने डेमोक्रेट के रूप में अपना राष्ट्रपति अभियान शुरू किया, तब सभी ध्यान अपनी ओर खींचा।