वस्तु एवं सेवा कर नेटवर्क (जीएसटीएन) ने कहा, करदाताओं की सुविधा के लिए अब प्रणाली जीएसटीआर-1 में दिए गए ब्यौरे के आधार पर स्वत: जीएसटीआर-3बी (मासिक) और आईटीसी स्टेटमेंट जीएसटीआर-2बी का ड्राफ्ट तैयार कर सकेगी।
व्यवसायों द्वारा दाखिल किए गए आपूर्ति रिटर्न जीएसटीएन-1 के आधार पर जीएसटीएन अपने आप देनदारी की गणना कर लेगा, जबकि प्रणाली द्वारा तैयार किए गए मसौदा स्टेटमेंट जीएसटीआर-2बी से इनपुट क्रेडिट टैक्स (आईटीसी) की गणना होगी।
जीएसटीएन ने कहा, यदि किसी विशेष अवधि की कुल देयता नकारात्मक है, तो उसे स्वत: गणना में शून्य देनदारी माना जाएगा।(भाषा)