नई दिल्ली। आमतौर पर पैदा होने के तुरंत बाद नवजात बच्चों को बाबू या गुड़िया का संबोधन देते हैं और औपचारिक नाम कुछ दिनों के बाद रखा जाता है। लेकिन अब नाम मिले या या न मिले, आधार नंबर जरूर मिलेगा। 10 साल से पुराने आधार नंबर को भी अपडेट कराने की दिशा में काम किया जा रहा है। यूआईडीएआई का कहना है कि आधार से संबंधित सभी जानकारियां सही हों इसलिए आधार को अपडेट कराया जा रहा है।
यूआईडीएआई का कहना है कि इस समय 16 राज्यों से बच्चों के जन्म के पंजीकरण की जानकारी मिल रही है। अब कोशिश की जा रही है बच्चे के जन्म प्रमाण पत्र के साथ ही आधार नंबर दे दिया जाए। हालांकि 5 और 15 साल की उम्र के बाद बच्चे को उंगलियों के निशान व आंखों की पुतली के बारे में अपडेट करना होगा। 10 साल से पूराने आधार नंबर को भी अपडेट कराने की दिशा में काम किया जा रहा है। यूआईडीएआई का कहना है कि आधार से संबंधित सभी जानकारियां सही हों इसलिए आधार को अपडेट कराया जा रहा है।