प्रयागराज में चल रहे कुंभ मेले में आए साधु-संतों को जैसे ही यह खबर मिली कि योगी सरकार उन्हें पेंशन स्कीम में शामिल करने जा रही है, तत्काल उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। अयोध्या में राम मंदिर न बनने से साधु समाज भाजपा सरकार से नाराज है और यही नाराजगी दूर करने की गरज से साधु-संतों को पेंशन देने का फैसला लिया गया है।
योगी ने पेंशन देने की घोषणा सोमवार को पौष पूर्णिमा के दूसरे 'स्नान' पर्व अवसर की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने पेंशन में 100 रुपए का इजाफा किया है। पेंशन का लाभ साधु-संतों के अलावा, निराश्रित बुजुर्गों, गरीब बेसहारा महिलाओं व दिव्यांगों को भी मिलेगा।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पहले बेसहाराओं को 400 रुपए प्रतिमाह पेंशन दिया करती थी, लेकिन अब पेंशन की राशि 500 रुपए प्रतिमाह होगी। कुछ माह बाद देश में होने जा रहे लोकसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री योगी का यह 'राममाण' कितना असरकारक रहेगा, यह बताना फिलहाल मुश्किल है।