अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, 'मनीष गुप्ता हत्याकांड में पुलिसवालों की गिरफ्तारी नहीं होना ये दर्शाता है कि वो फरार नहीं हुए हैं उन्हें फरार कराया गया है। दरअसल कोई आरोपियों को नहीं बल्कि खुद को बचा रहा है क्योंकि इसके तार वसूली-तंत्र से जुड़े होने की पूरी आशंका है। जीरो टालरेंस भी भाजपाई जुमला है।'
गौरतलब है कि सोमवार देर रात को गोरखपुर जिले के रामगढ़ ताल इलाके में पुलिस ने एक होटल में तलाशी ली थी। आरोप है कि किसी अन्य व्यक्ति के पहचान पत्र के आधार पर होटल के एक कमरे में रुके तीन व्यवसायियों से पूछताछ के दौरान पुलिस ने उन्हें मारा पीटा था। सिर में चोट लगने से उनमें से मनीष गुप्ता (36) नामक कारोबारी की गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई थी।
उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में पुलिस की कथित पिटाई से मारे गए प्रॉपर्टी डीलर के परिजनों से मुलाकात कर उन्हे न्याय दिलाने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि दोषी किसी भी सूरत में बख्शे नहीं जाएंगे। पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी। सरकार का प्रयास होगा कि पूरा मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में चले ताकि दोषियों को जल्द ही उनके अंजाम तक पहुंचाया जा सके।