उत्तर प्रदेश: बड़ा मंगल पर हनुमान मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ी
मंगलवार, 13 मई 2025 (15:20 IST)
Uttar Pradesh news in hindi : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पहले बड़ा मंगल के अवसर पर मंगलवार से भंडारे आयोजित करने का दौर शुरू हो गया और शहर के विभिन्न हनुमान मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। अलीगंज से हजरतगंज और अमीनाबाद से विश्वविद्यालय मार्ग तक बड़ी संख्या में श्रद्धालु हनुमान मंदिरों में पूजा-अर्चना और भगवान का दर्शन करने पहुंचे।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा मंगल के अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट कर कहा कि मनोजवं मारुततुल्यवेगं जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठम्। वातात्मजं वानरयूथमुख्यं श्रीरामदूतं शरणं प्रपद्ये। ज्येष्ठ माह के प्रथम मंगलवार बड़ा मंगल की सभी को हार्दिक बधाई व मंगलमय शुभकामनाएं। उन्होंने कहा कि संकटमोचक, अतुलित बल के स्वामी केसरीनंदन सभी को साहस, भक्ति और आरोग्यता का आशीर्वाद प्रदान करें, यही प्रार्थना है। जय बजरंगबली।
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने भी इस अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दीं। मौर्य ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, ओम हनुमते नमः! ज्येष्ठ मास के प्रथम मंगलवार बड़ा मंगल के पावन पर्व पर समस्त देश व प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं। संकटों का विनाश करने वाले भगवान श्रीहनुमान से प्रार्थना है कि वह हम सभी को साहस, विवेक एवं ज्ञान का आशीर्वाद प्रदान करें।
ब्रजेश पाठक ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, 'ज्येष्ठ मास के प्रथम मंगलवार को बड़ा मंगल के पावन पर्व पर समस्त देश एवं प्रदेश को हार्दिक शुभकामनाएं।'
प्रयागराज के ज्योतिषाचार्य आशुतोष वार्ष्णेय ने कहा कि बड़ा मंगल, ज्येष्ठ माह के मंगलवार को कहा जाता है। ऐसा माना जाता है कि बड़ा मंगल के दिन ही भगवान हनुमान का पहली बार श्रीराम से मिलन हुआ था। इस साल बड़ा मंगल उत्सव 13 मई से शुरू होकर पांच मंगलवार तक मनाया जाएगा।
लखनऊ जिला प्रशासन की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, 'कई किंवदंतियां में से एक में कहा जाता है कि नवाब वाजिद अली शाह की दादी आलिया बेगम बहुत बीमार पड़ गई थी और इससे उबरने के लिए उन्होंने मंदिर में दुआ मांगी थी थीं। ठीक होने के बाद उन्होंने यहां बहुत बड़ा उत्सव मनाया, लाखों की खैरात बांटी, और तभी से मेले की परम्परा चालू हो गई।'
बड़ा मंगल के ऐतिहासिक महत्व को समझाते हुए लखनऊ के ज्योतिषी त्रिलोकीनाथ सिंह ने बताया कि अलीगंज का हनुमान मंदिर नवाब शुजा-उद-दौला की पत्नी और नवाब वाजिद अली शाह की दादी आलिया बेगम की चिरस्थायी विरासत का प्रमाण है। यह मंदिर सर्वधर्म सद्भाव का प्रतीक है और ज्येष्ठ माह में प्रत्येक मंगलवार को विभिन्न धर्मों के भक्तों की भीड़ उमड़ती है।
ज्योतिषी त्रिलोकीनाथ सिंह का अलीगंज में प्रसिद्ध हनुमान मंदिर के समीप कार्यालय है और वह भी भंडारे का आयोजन करते हैं। लखनऊ नगर निगम के जनसंपर्क अधिकारी प्रांजल दीक्षित ने बताया कि लखनऊ में विभिन्न संगठनों द्वारा 400 से अधिक भंडारे आयोजित किए जा रहे हैं। (भाषा)