अधिकारियों ने लोगों से शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन करने की बात कही। प्रदर्शनकारी जुलूस निकालने पर आमादा था। थाना बाबू पूरवा के अंतर्गत प्रदर्शन अचानक हिंसक हो गया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। कुछ स्थानों पर वाहनों पर आग लगाने लगे। इसे रोकने के लिए पुलिस ने बलप्रयोग किया। इससे प्रदर्शनकारी और उग्र हो गए और आम लोगों को नुकसान पहुंचाने लगे।
परिजनों ने पुलिस पर लगाया आरोप : मृतक मोहम्मद आफताब और मोहम्मद सैफ के परिजनों ने पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा है कि प्रदर्शन शांतिपूर्ण ढंग से हो रहा था, लेकिन पुलिस ने लोगों को भड़काने का काम किया। जब कुछ लोग इसमें अनियंत्रित हो गए तो बल का प्रयोग न करते हुए अंधाधुंध गोलियां चलाने लगे जिसकी चपेट में ये दोनों आ गए। अस्पताल में भर्ती अन्य मरीज शादाब, लकी, फैजान के परिजनों ने भी पुलिस पर गोली चलाने का आरोप लगाया है। पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
क्या बोले डीजीपी : उत्तरप्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने बताया है कि कानपुर में हिंसा के दौरान कुछ लोगों की मौत हो गई और कुछ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। मैं मीडिया के माध्यम से कहना चाहता हूं कि अफवाहों पर ध्यान न दें और शांति व्यवस्था बनाए रखें। अराजक तत्वों पर कठोर कार्रवाई की जा रही है। अभी स्थिति सामान्य हैै। शहर में भारी पुलिस बल तैनात किया गया। (प्रतीकात्मक फोटो)