G-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी का जश्न, यूपी के 8 स्मारकों पर रोशनी

मेरठ। भारत के इतिहास में गुरुवार (1 दिसंबर) का दिन बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि इंडोनेशिया के बाली में प्रधानमंत्री मोदी को G-20 देशों की अध्यक्षता की कमान सौंपी गई है, जिसके चलते पूरे देश में खुशी की लहर फैल गई है। 1 दिसंबर 2022 के इस दिन को मौके को यादगार बनाने के लिए भारत के 100 ऐतिहासिक स्मारकों को रोशनी से रोशन किया गया है। इनमें से 8 उत्तर प्रदेश राज्य के स्मारक भी शामिल है।
 
पुरातत्व विभाग की तरफ से विशेष सजावट, G-20 के प्रतीक चिन्ह और लाइटिंग की व्यवस्था की गई। उत्तर प्रदेश के 8 स्मारकों में यूपी की राजधानी लखनऊ का इमामबाड़ा और रेजीडेंसी, वाराणसी के बुदि्धस्ट साइट सारनाथ, आगरा जिले के फतेहपुर सीकरी, अकबर का किला सिकंदरा और अकबरी महल, झांसी का किला और मेरठ का बेगम समरू द्वारा बनाया गया रोमन कैथोलिक चर्च शामिल है।
 
सरधना के चर्च को मेरठ का कृपाओं की माता का चर्च भी कहा जाता है। वहीं ताज नगरी आगरा को कल्चरल कोर ग्रुप की बैठक के लिए चुना गया है। संस्कृति मंत्रालय द्वारा देश के चुने गए 100 स्मारकों को 1 से 7 दिसंबर तक के लिए रोशनी से रोशन किया जाएगा। वहीं इन स्मारकों पर एक साल के लिए G-20 का लोगो लगा रहेगा।

मेरठ के सरधना क्षेत्र स्थित रोमन कैथोलिक चर्च विश्व विख्यात है, यहां दूर-दराज से लोग घूमने और प्रार्थना के लिए आते हैं। चर्च के फादर सिशिन बाबू ने बताया कि सरधना में बना यह चर्च कृपाओं की माता के नाम से प्रसिद्ध है और 200 साल पुराना है। इसे बेगम समरू ने बनवाया था। यह ऐतिहासिक चर्च सौहार्द, आस्था और इतिहास का बेजोड़ नमूना है और इसकी भव्यता देखते ही बनती है। वहीं इस चर्च की मान्यता है कि माता मरियम अपने श्रद्धालुओं पर कृपा बरसाती हैं।
 
मां मरियम की कृपाओं और बच्चों को विपत्तियों से बचाने के लिए हर धर्म और पंथ के लोग यहां आते हैं और माता मरियम के आगे मोमबत्ती जलाते हैं। अब यह चर्च पुरातत्व विभाग के संरक्षण में है। इस चर्च को आज रोशनी से जगमग किया गया है, क्योंकि भारत के प्रधानमंत्री मोदी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर G-20 में अध्यक्षता का अवसर मिला है।
 
मेरठ के सरधना चर्च के लिए गौरव की बात है कि देश के 100 स्मारकों में इसे भी लाइटिंग करके जगमग किया है। गुरुवार को शाम 6 बजे से सरधना चर्च रोशनी में नहा गया, जगमगाते चर्च को देखकर लोग इस दृश्य को कैमरे में जुट गए। इस ऐतिहासिक चर्च को देखने विदेश से भी पर्यटक आते हैं। 24-25 दिसंबर क्रिसमस पर चर्च में भव्य आयोजन होने के साथ मेला भी लगता है। रोशनी में डूबे इस चर्च को देखकर मेरठवासी अति उत्साहित हैं। 
Edited by: Vrijendra Singh Jhala 
 

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