गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता की संदिग्ध मौत के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हस्तक्षेप के बाद 3 पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इस बीच, मुख्यमंत्री ने मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता एवं अन्य परिजनों से मुलाकात की।
इससे पहले रामगढ़ ताल थाने के एसएचओ नारायण सिंह के साथ अक्षय मिश्रा, विजय यादव, राहुल दुबे, कांस्टेबल कमलेश यादव और प्रशांत कुमार को निलंबित किया जा चुका है। इन पर होटल में छापेमारी के दौरान हादसे में घायल व्यापारी मनीष गुप्ता की संदिग्ध मौत के मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में कार्रवाई की गई।
उन्होंने कहा कि तलाशी के दौरान उनके पास जरूरी कागजात नहीं थे, इसलिए वे भागने का प्रयास कर रहे थे। दूसरी ओर, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मनीष गुप्ता के सिर, चेहरे एवं शरीर के अन्य हिस्सों पर चोट के निशान पाए गए हैं।