आदित्यनाथ ने राज्य कर विभाग के अधिकारियों के साथ राजस्व संग्रह की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की। इस अवसर पर उन्होंने सभी जोन आयुक्तों से उनके प्रभार वाले जोन में जीएसटी में व्यापारियों की पंजीयन स्थिति, जीएसटी और वैट संग्रह, कर चोरी रोकने के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी ली।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री ने वर्तमान वित्तीय वर्ष में राजस्व संग्रह के लिए जोन के अनुसार लक्ष्य की समीक्षा करते हुए लक्ष्य प्राप्ति के लिए राजस्व संग्रह को बढ़ाने के संबंध में जरूरी दिशा-निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि नियोजित प्रयासों से प्रदेश के राजस्व संग्रह में सतत वृद्धि हुई है। वित्तीय वर्ष 2017-18 में प्रदेश का कुल राजस्व संग्रह 58,700 करोड़ रुपए था जो वर्ष 2021-22 में बढ़कर लगभग एक लाख करोड़ रुपए हो गया है। चालू वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही के लक्ष्य 31,786 करोड़ रुपए के सापेक्ष 32,386 करोड़ रुपए का संग्रह है।