ज्ञानवापी मस्जिद में स्वस्तिक, त्रिशूल और डमरू के ढेरों निशान, सर्वे रिपोर्ट में सामने आईं चौंकाने वालीं बातें
वाराणसी। उत्तरप्रदेश के वाराणसी में ज्ञानवापी में हुए सर्वे की रिपोर्ट वाराणसी कोर्ट को सौंप दी गई है। इसके बाद तरह-तरह की बातें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। दोनों ही पक्ष अपनी-अपनी दलीलें देते हुए नजर आ रहे हैं। हिन्दू पक्ष शिवलिंग मिलने की बात पर अड़ा है तो वहीं मुस्लिम पक्ष हिन्दू पक्ष की बात का खंडन करते हुए नजर आ रहा है।
कुंड के बीच में लगभग 6 फुट गहरा कुआं दिखा है और कुंड के बीचो-बीच गोल पत्थरनुमा आकृति भी दिखी है। सूत्र बताते हैं कि एक तहखाने में दीवार पर जमीन से लगभग 3 फुट ऊपर पान के पत्ते के आकार की 6 आकृतियां बनी थीं। तहखाने में 4 दरवाजे थे, उसके स्थान पर नई ईंट लगाकर उक्त दरावों को बंद कर दिया गया था। तहखाने में 4-4 खंभे मिले हैं, जिनकी ऊंचाई 8-8 फुट थी।
नीचे से ऊपर तक घंटी, कलश, फूल के आकृति पिलर के चारों तरफ बने थे। बीच में 2-2 नए पिलर नए ईंट से बनाए गए थे। एक खंभे पर पुरातन हिन्दी भाषा में सात लाइनें खुदी हुईं, जो पढ़ने योग्य नहीं थीं। लगभग 2 फुट की दफती का भगवान का फोटो दरवाजे के बाएं तरफ दीवार के पास जमीन पर पड़ा हुआ था जो मिट्टी से सना हुआ था। आपको बताते चलें कि कोर्ट के द्वारा तैयार की गई सर्वे टीम की रिपोर्ट आज कोर्ट को सौंप दी गई है लेकिन जो भी जानकारी सूत्रों के अनुसार मिली है।