बांकेबिहारी दर्शन के लिए भक्त का हाईवोल्टेज ड्रामा, महिला भक्त बोली वृंदावन में नहीं हो सकता कोरोना

हिमा अग्रवाल

बुधवार, 21 अक्टूबर 2020 (11:30 IST)
वृंदावन (मथुरा)। वृंदावन में बांकेबिहारी की दर्शनाभिलाषी महिला ने जमकर घंटों हंगामा किया। बांकेबिहारी के बंद कपाट खुलवाकर दर्शन करने की जिद पर अड़ी इस भक्त का कहना था कि वह स्वयं ठाकुरजी के आदेश पर यहां आई है और उसके अंदर खुद बांकेबिहारी विराजमान हैं। यहां कोई राजगद्दी और राजनीति नहीं चलने वाली। मोदीजी ने ठाकुरजी के कपाट बंद कराए हैं। अब उनका आदेश खुलवाने का है और उसे मैं खुलवाने आई हूं। मोदी राजा भी कोरोना नहीं रोक सकते हैं। सिर्फ मेरे ठाकुरजी में शक्ति है कोरोना को रोकने की। मैंने अन्न-जल त्याग दिया है, जगदम्बा हूं मैं। वृंदावन में कोई कोरोना नहीं होने वाला। ठाकुरजी यहां पर स्वयं विराजमान हैं।
 
मथुरा मगोर्रा कस्बे से मंगलवार शाम वृंदावन के बांकेबिहारी के दर्शन के लिए एक महिला भक्त पहुंची। अपने आराध्य के दर्शन की चाह रखने वाली भक्त को मंदिर के कपाट बंद मिले तो उसने खुलवाने के लिए परिसर के बाहर हंगामा कर दिया।
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मंदिर के सुरक्षाकर्मियों ने उसे समझाया कि दर्शन नहीं हो सकते और वह अपने घर वापस चली जाएं। ठाकुरजी की भक्ति में लीन यह भक्त मंदिर के चबूतरे के सामने पर बैठ गई और हटने को तैयार नहीं हुई और बोली कि मुझे बिहारीजीजी ने बुलाया है, दर्शन करके ही जाऊंगी। 
 
इस महिला के साथ उसके पिता भी वृंदावन आए थे। उन्होंने और वहां मौजूद लैगों ने महिला को समझाने का भरसक प्रयास किया, लेकिन वह नहीं मानी। अंत में परेशान होकर चबूतरे से उठाने की पिता समेत कई लोगों ने कोशिश की। पर वह बार-बार एक ही बात बोल रही थी कि खुद ठाकुरजी के आदेश पर वह यहां आई है। ठाकुरजी उसके अंदर विराजमान हैं। कई घंटे चले इस हाईवोल्टेज हंगामे को देखने के लिए लोगों की भीड़ जमा हो गई।
 
 
 
बांकेबिहारी के दर्शनों की इच्छुक महिला अपने पूरे होश में थी। उसका कहना था कि लोग उसे पागल समझ रहे हैं। कभी कहते हैं कि प्रशासन के पास जाओ, कभी पुलिस के पास। सभी के पास से आई हूं और कोई मंदिर में जाने नहीं दे रहा। ठाकुरजी के सेवादार भी बाहर नहीं आ रहे हैं। महिला के पिता ने कहा कि उनकी बेटी बहुत वर्षों से ठाकुरजी की भक्ति में लीन हैं। शादी में भी उसने सोने की बांकेबिहारी की मूर्ति ली थी।
 
महिला भक्त अपनी सुधबुध में नहीं थी और वह बार-बार बोल रही थी कि वह कोई सामान्य भक्त नहीं है। बगैर दर्शन के नहीं जाएगी। मोदी ने कोरोना के नाम पर पट बंद कर रखे हैं, उसे जाकर खुलवाना है इसलिए मैं आई हूं। इतना ही नहीं, इस महिला ने सड़क पर बैठकर ही बांकेबिहारी के भजन गाने शुरू कर दिए। घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद सुरक्षाकर्मियों ने युवती को बमुश्किल से चबूतरे के सामने सड़क से हटाया। पिता रोए और गिड़गिड़ाते नजर आए, तब जाकर ये भक्त वहां से गई।

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