सपा से नाराजगी के सवाल पर आजम ने तंज भरी मुस्कान के साथ जवाब दिया, 'मैं किसी से नाराज नहीं हूं। मुझे तो नाराजगी की जानकारी आपसे (मीडिया) ही मिल रही है। मेरी किसी से नाराजगी की हैसियत नहीं है। नाराज होने के लिये कोई आधार चाहिये। मैं तो खुद ही निराधार हूं तो आधार कहां से आयेगा।'
उन्होंने कहा कि मैं एक गरीब आदमी हूं जो एक ऐसी तंग गली में रहता है, जहां एक भी चार पहिया गाड़ी दाखिल नहीं हो सकती। पूर्व कैबिनेट मंत्री ने आरोप लगाया कि उन्हें शिक्षा का आंदोलन शुरू करने की सजा दी गई है। उन्होंने कहा कि मुझे सजा दी गई क्योंकि मैंने बच्चों के हाथ में कलम देना चाहा था। तालीम का मिशन शुरू किया था और मैंने जो यूनिवर्सिटी (मौलाना मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय) कायम की, अगर उसे ढहाया गया तो उसके खंडहर और मलबा मेरे मिशन का इतिहास बयान करेंगे।