लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कानपुर में थाना बर्रा के अंतर्गत 22 जून से लापता हुए लैब टेक्नीशियन सुजीत यादव के अपहरणकर्ता 31 दिनों के बाद पुलिस के हाथों लग गए हैं और घटना का खुलासा भी हो गया है साथ ही अपहरणकर्ताओं की निशानदेही के आधार पर पांडु नदी में लैब टेक्नीशियन सुजीत यादव के शव की तलाश चल रही है लेकिन इन सबके बीच पुलिस के पास अभी भी फिरौती की रकम किसके पास है इसका जवाब नहीं है।
पुलिस की पूछताछ में अपहरणकर्ताओं ने भी फिरौती की रकम ना मिलने की बात स्वीकारी है पर परिवार 30 लाख रुपए की फिरौती देने की बात अभी भी कह रहे हैं और उनका स्पष्ट कहना है पुलिस जैसा-जैसा कहती गई वैसा-वैसा वह लोग करते गए। लेकिन कल देर रात से वायरल हो रहे थाना बर्रा के पूर्व कोतवाल रणजीत राय और संजीत यादव के रिश्तेदार व पिता के साथ हुई बातचीत के वायरल हो रहे ऑडियो के बाद से फिरौती की रकम को लेकर अब कहीं ना कहीं परिजन ही सवालों के घेरे में घिरते हुए नजर आ रहे हैं।
क्या है वायरल ऑडियो : संजीत अपहरणयुक्त हत्याकांड में मृतक के पिता चमनलाल, बहन रुचि और मां कुसुमा ने पूर्व बर्रा इंस्पेक्टर पर आरोप लगाए थे कि उनके सामने ही अपहरणकर्ता तीस लाख रुपए की फिरौती ले गए और इंस्पेक्टर कुछ नहीं कर सके।पुलिस हालांकि कहती रही कि अपहरणकर्ताओं को रुपए नहीं दिए गए हैं लेकिन परिजन अपनी बात पर अडिग रहे।
इस मामले में थाना बर्रा के पूर्व कोतवाल रणजीत राय और संजीत के पिता चमनलाल का एक ऑडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ है।यह ऑडियो 14 जुलाई का बताया जा रहा है।ऑडियो में रणजीत राय ने चमनलाल के मोबाइल पर फोन मिलाया तो उसके पड़ोसी ने उठाया।रणजीत राय के कहने पर पड़ोसी ने चमनलाल से इंस्पेक्टर की बात कराई तो इंस्पेक्टर ने कहा कि अगर हमसे नहीं हो पा रहा था तो तुम अधिकारी के पास जाकर किसी और से जांच करा लेते लेकिन रुपए देने की बात कहां से आ गई, रुपए तो तुमने दिए नहीं हैं।
इस पर चमनलाल कह रहा है कि अगर रुपए दे भी देते तो तुम कौनसा काम कर देते।इस ऑडियो के वायरल होने से परिजनों द्वारा फिरौती दिए जाने की बात पर प्रश्नचिह्न लग गया है।वहीं पुलिस अधिकारियों ने वायरल ऑडियो की जांच कराने की बात कही है।
क्या बोले सुजीत के पिता : फिरौती की रकम को लेकर वायरल हो रहे ऑडियो को लेकर सुजीत के पिता चमन सिंह ने कहा कि निलंबित इंस्पेक्टर रणजीत राय द्वारा सोशल मीडिया में एक ऑडियो वायरल कराया जा रहा है।निलंबित इंस्पेक्टर जबरन दबाव बनाने का प्रयास करके उन्हें मानसिक रूप से परेशान कर रहे हैं।उनकी मानसिक स्थिति पहले से ही ठीक नहीं है और ऐसे कृत्य करके वे उत्पीड़न कर रहे हैं।
एक तरफ पुलिस बेटे के शव को नहीं ढूंढ पा रही है, सिर्फ फिरौती की रकम को लेकर बचाव करने के प्रयास में लगी है। मेरे बेटे का शव मिल जाए,मैं एक-एक रुपए की जानकारी दे दूंगा।