परमहंस दास ताजमहल का टिकट खरीदकर जैसे ही एंट्री गेट पर पहुंचे। वहां तैनात CISF के जवानों ने उन्हें अंदर जाने से रोक दिया। सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें ब्रह्मदंड के साथ अंदर जाने से मना किया। कहा कि वे ब्रह्मदंड लेकर अंदर नहीं जा सकते। वापसी में उन्हें ब्रह्मदंड सौंप दिया जाएगा। परमहंस दास ब्रह्मदंड के साथ ही अंदर प्रवेश करना चाहते थे।
ASI अधिकारियों के अनुसार, ताजमहल में प्रवेश के लिए नियम तय हैं। संत अपने साथ अंदर लोहे का दंड ले जाना चाहते थे। इसके लिए उन्हें मना किया गया। उनके प्रवेश पर कोई रोक नहीं थी। उनसे ब्रह्मदंड गेट पर रखने का आग्रह किया गया था और वह इसके लिए तैयार नहीं थे।