पुलवामा में शहीद हुआ कानपुर देहात का वीर, शहीद के पिता को है इस बात का गर्व...

कानपुर देहात। उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात का लाल पुलवामा में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान शहीद हो गया। देर रात कानपुर देहात के डेरापुर पुलवामा में शहीद हुए लाल की खबर पहुंचते ही पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई और परिवार में कोहराम मच गया। शहीद रोहित यादव के पिता गंगादीन यादव ने रो-रो कर कहा कि मुझे अपने बेटे पर गर्व है।

मिली जानकारी के अनुसार कानपुर देहात के डेरापुर कस्बे के निवासी गंगादीन यादव का बड़ा बेटा रोहित यादव (25) 44 आतंकवादी निरोधक दस्ते की आरआर बटालियन 17 राजपूत रेजीमेंट में तैनात था। देर शाम पुलवामा में आतंकियों से हुई मुठभेड़ के दौरान कानपुर देहात के लाल रोहित यादव को गोली लग गई और वे इस मुठभेड़ में शहीद हो गए।

रोहित यादव की शहादत की खबर कश्मीर से सेना के अफसरों ने रोहित यादव के परिजनों को दी। इसकी जानकारी मिलते ही पूरे गांव में मातम सा छा गया और घर में कोहराम मच गया। घर में मौजूद भाई सुमित यादव ने बताया कि रोहित 2011 में सेना में भर्ती हुए थे।

उनकी शादी 3 साल पहले वैष्णवी से हुई थी और अभी एक माह पूर्व छुट्टी लेकर घर भी आए थे, लेकिन उन्‍हें जल्दी वापस जाना पड़ गया और वे कह गए थे कि जल्दी लौटकर आता हूं। शहीद रोहित यादव पर घर की पूरी जिम्मेदारी थी, घर में रिटायर्ड पिता गंगादीन यादव, मां विमला, पत्नी वैष्णवी हैं, जिनकी पूरी जिम्मेदारी वही उठा रहे थे।

आंसुओं में डूबे पिता ने कहा मुझे गर्व है : सेना की सप्लाई कोर में हवलदार के पद पर रहे शहीद रोहित यादव के पिता गंगादीन यादव ने रो-रो कर कहा कि मुझे अपने बेटे पर गर्व है। मेरा लाल भारत माता की रक्षा करते हुए शहीद हो गया। मैं भी एक सैनिक हूं, इसलिए अच्छे से जानता हूं कि एक सैनिक के लिए देश की सुरक्षा ही सर्वोपरि है। मेरे बेटे ने देश की रक्षा करते हुए अपनी शहादत दी है। मेरा सीना गर्व से चौड़ा हो गया है, लेकिन क्या करूं, एक पिता हूं, इसलिए अपने आंसुओं  को रोक नहीं पा रहा हूं।

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