मेरठ में कुख्यात डॉन बद्दो की किलेनुमा आलीशान कोठी ध्वस्त

हिमा अग्रवाल

गुरुवार, 21 जनवरी 2021 (16:01 IST)
मेरठ। आखिरकार ढाई लाख रुपए के इनामी डॉन बदन सिंह बद्दो की काली कमाई से बनाई गई अवैध आलीशान कोठी के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई मेरठ विकास प्राधिकरण द्वारा की गई। तीन दशकों से अपराध की दुनिया के बेताज बादशाह का किलेनुमा मकान गुरुवार को जमीदोंज किया गया। 
 
इस दौरान मेरठ जिले के थाना ट्रांसपोर्ट नगर क्षेत्र के पंजाबी पुरा में मेरठ विकास प्राधिकरण की टीम भारी पुलिसबल के साथ पहुंची और बद्दो के अवैध मकान को धराशायी करने की कार्रवाई की गई। आलीशान घर को गिराने के लिए टीपी नगर, ब्रह्मपुरी, रेलवे रोड, परतापुर और महिला थाने की फोर्स भी तैनात की गई है, इसी के साथ ही एक प्लाटून पीएसी भी मौके पर तैनात की गई।
 
कुख्यात बद्दो के इलाके में सुरक्षा का चक्रव्यूह रचा गया। ढाई लाख का इनामी बद्दो 28 मार्च 2019 को मेरठ में होटल मुकुट महल से पुलिस कस्टडी से फरार हो गया था। बद्दो को फर्रुखाबाद से गाजियाबाद पेशी पर लाया गया था, लेकिन वो सेटिंग से मेरठ आ गया था। बद्दो ने जरायम की दुनिया से अकूत दौलत कमाई और ये कोठी भी उसी में से एक है। 
 
हालांकि बद्दो की भाभी कुलदीप कौर ने इस अवैध कोठी पर मालिकाना हक और एमडीए के ध्वस्तीकरण आदेश के खिलाफ कमिश्नरी कोर्ट में अपील दायर की थी, जिसे खारिज कर दिया गया। इस कार्रवाई के दौरान एमडीए के डिप्टी कलेक्टर मनोज सिंह भी घटनास्थल पर मौजूद रहे। 
 
बद्दो के आलीशान मकान की कुर्की लगभग दो माह पहले की गई थी, जिसमें डेढ करोड़ की सम्पत्ति कुर्क हुई थी। आज लगभग पांच करोड़ की कीमत का मकान जमीदोंज किया गया। ये मकान रिहायशी और सकरी गली में है। जिसके चलते बुल्डोजर से मकान गिराने में परेशानी हुई। बीस लोगों को हथौड़ों से तोड़ने के लिए भी लगाया गया। 
 
बद्दो की सम्पत्ति की जांच में लगाए गए आईपीएस अधिकारी कृष्ण विश्नोई के मुताबिक बद्दो ने अपने नाम से सम्पत्ति अर्जित नहीं की थी, अपितु परिवार के नाम से अर्जित की है।
 
बद्दो पर अपहरण, रंगदारी, हत्या के 30 से अधिक संगीन मामले दर्ज हैं। बद्दो ने 40 करोड़ मूल्य के एक पार्क पर अवैध रूप से कब्जा कर रखा है। जिस पर कार्रवाई के लिए कमिश्नर के यहां फाइल लंबित है। 
 
बद्दो को रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया गया है, लेकिन फिर भी वह पुलिस को चकमा देकर फरार है। वहीं, पुलिस के मुताबिक ऐसे कोई प्रमाण नही मिल रहे हैं कि वह विदेश में है।
 
हालांकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पहले माफिया की सम्पत्ति का जमीदोंज करने का यह पहला मामला है। इस कार्रवाई से ये तो तय है कि वेस्ट यूपी के अपराधियों की अब नींद उड़ गई होगी। 

वेबदुनिया पर पढ़ें

सम्बंधित जानकारी