झांसी में भीड़ का बवाल, NIA-ATS की टीम को घेरा, मस्जिद से ऐलान के बाद मुफ्ती को छुड़ाने आई, विदेशी फंडिंग का मामला
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और आतंकवाद निरोधक दस्ता (ATS) की टीम ने बुधवार को झांसी स्थित सुपर कॉलोनी में मुफ्ती खालिद अंसारी नदवी के घर छापा मारा। यहां कोतवाली थानाक्षेत्र अंतर्गत सलीम बाग के पास सुपर कॉलोनी में विदेशी फंडिंग और संदिग्ध गतिविधियों से जुड़े मामले में यह छापामारी की गई। मस्जिद से ऐलान के बाद भीड़ मुफ्ती को छुड़ाकर ले जाने लगी। NIA ने लोगों को खदेड़ने की कोशिश की। इस बीच झड़प और धक्का-मुक्की हुई।
जब मुफ्ती को हिरासत में लेकर टीम घर से बाहर निकलने लगी तो समर्थकों ने विरोध शुरू कर दिया। टीम ने समझाने की कोशिश की, लेकिन मुफ्ती के समर्थक बहस करने करते हुए उग्र हो गए। देखते ही देखते वहां 200 से अधिक लोगों की भीड़ जमा हो गई, इनमें ज्यादातर महिलाएं थीं।
ऑनलाइन क्लासेस पढ़ाते हैं : सूत्रों के अनुसार मुफ्ती बच्चों को ऑनलाइन क्लासेस पढ़ाते हैं और उनसे देश विदेशों के लोग भी जुड़े हैं। एजेंसी को सूचना मिली थी कि ऑनलाइन गतिविधियों के जरिए विदेशी फंडिंग हासिल की जा रही है। टीम की अचानक छापामारी से लोगों में हडकंप मच गया। टीम ने मुफ्ती के घर में सघन तलाशी ली और महत्वपूर्ण कागजी और इलेक्ट्रॉनिक दस्तावेज बरामद किए। सूत्रों के अनुसार एनआईए को मुफ्ती के विदेशी संपर्कों की जानकारी मिली थी।
स्थानीय प्रशासन और पुलिस की मदद से टीमें मुफ्ती के घर छापामारी के लिए पहुंची और घर की तलाशी ली। इसके बाद जब एनआईए और एटीएस की टीमें मुफ्ती को हिरासत में लेकर आगे बढ़ी तो लोग सामने आ गए और उन्होंने इसका विरोध किया। मामला बिगड़ता देख स्थानीय पुलिस ने हस्ताक्षेप किया और लोगों को समझा -बुझाया। इसके बाद मुफ्ती को टीम पुलिस लाइन लेकर पहुंची जहां खबर लिखे जाने तक मुफ्ती के साथ पूछताछ जारी है।
मुफ्ती खालिद अंसारी नदवी शहर काजी का भतीजा है। एनआईए को मिली जानकारी के आधार पर टीमें मुफ्ती से पूछताछ में जुटी हैं। विदेशी फंडिंग का इस्तेमाल किन उद्देश्यों के लिए किया गया और कौन कौन लोग इसमें शामिल हैं, एनआईए और एटीएस की टीमें मुफ्ती से पूछताछ में ऐसे और इसी तरह के कई अन्य जरूरी सवालों के जवाब ले रही है। हालांकि एनआईए या स्थानीय प्रशासन ने इस मामले में अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। Edited by : Sudhir Sharma