बिजनौर के अलियारपुर के खेत मे किसान अपने 11 साल के बेटे नितेश के साथ गन्ने के खेत पर काम कर रहा था। गन्ने के खेतों में गुलदार दिखाई नही पढ़ रहा था, तभी अचानक से ईखों के बीच से गुलदार आया और नितेश पर हमला बोल दिया। इसकी वजह से उसकी मौत हो गई। नितेश के घर सूचना पहुचते ही हड़कंप मच गया, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
वन विभाग ने ग्रामीणों की मदद से कुछ ही घंटों के बाद एक जानवर को पिंजरे के पास बांध दिया गया। जानवर की आवाज़ सुनकर गुलदार पिंजरे में बंद जानवर की तरफ लपका, और पिंजरे में कैद गया। अब इस आदमखोर को वन विभाग जंगल में छोड़ने की बात कह रहा है।
गुलदार के हमले से बिजनौर जिले में बच्चे की मौत का यह कोई पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी गुलदार के हमले में कई बच्चों की जान जा चुकी है। जब कोई हादसा होता है तो वन विभाग अलर्ट होता है, लेकिन कुछ दिन बाद फिर से कुंभकरणी नींद सो जाता है।