आरोप है कि वहां दो पुलिसकर्मी वहां पहुंचे और उन्होंने विजेन्द्र बिना कुछ कहे-सुने बिना डंडे बरसा दिए। नगर पालिका के कर्मचारी के साथ मारपीट की सूचना मिलते ही पीड़ित के साथी थाने पर पहुंचकर हंगामा करने लगे, उन्होंने कोतवाली थाने पर कूड़े की गाड़ियां खड़ी कर दी और जाम लगा दिया।
घटना की जानकारी मिलते ही डिप्टी एसपी और थानाध्यक्ष और मौके पर पहुंच गए। उन्होंने सफाई कर्मचारियों को समझने का प्रयास किया, लेकिन सफाई कर्मचारी आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाने की मांग पर अड़े रहे। कड़ी मशक्कत के बाद अधिकारियों ने हंगामा कर रहे सफाई कर्मचारियों को शांत करवाया और आश्वासन दिया की जांच के उपरांत आरोपी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की जाएगी। समाचार लिखे जानेतक सफाईकर्मी मोदीनगर कोतवाली में डटे हुए थे।