अधिवक्ता ने मामले की पृष्ठभूमि बताते हुए कहा कि बाद में रिश्तेदार के घर छोड़ा गया बेटा उसके साथ आकर रहने लगा। उसका बेटा जब 17 साल का हुआ तो उसने अपनी मां से अपने पिता का नाम पूछा। उन्होंने बताया कि इसके बाद मां ने अपने बेटे को सारी घटना बता दी और तब बेटे ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। इस प्रकार अदालत के आदेश पर 2021 में दोनों आरोपियों के विरुद्ध थाना सदर बाजार में रिपोर्ट दर्ज करवाई गई।