परमहंस ने मंगलवार को कफन पूजन किया एवं 2 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे सरयू नदी में जल समाधि लेने की बात कही है। परमहंस पूर्व में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और मुख्यमंत्री को अपनी मांग के संबंध में पत्र भी भेज चुके हैं। महंत भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित कराने के लिए लगातार संघर्ष कर रहे हैं।
इससे पहले वे 16 दिन का आमरण भी कर चुके हैं। उस समय गृहमंत्री अमित शाह के आश्वासन पर उनका आमरण अनशन टूटा था। दरअसल, परमहंस ईसाई और मुसलमानों की नागरिकता समाप्त कर भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने की मांग कर रहे हैं। इस बीच महंत के समर्थन में देश के विभिन्न क्षेत्रों से संत एवं अन्य लोग जुट रहे हैं। 1 अक्टूबर को कई हिन्दू संगठन मिलकर जगद्गुरु परमहंस आचार्य के समर्थन में हिन्दू सनातन धर्म संसद का भी आयोजन करेंगे।