उन्होंने बताया कि फ्लैट मालिक ने गोपाल नामक एक व्यक्ति को अपने काले धन की सुरक्षा के लिए तैनात किया था। गोपाल ने पूर्व में हुई इस चोरी का फायदा उठाकर अपने अन्य साथियों की मदद से फ्लैट में रखा करोड़ों का काला धन और सोना चुराने की साजिश रची। 10 माह पूर्व हुई इस चोरी में नोएडा और गाजियाबाद के चोर शामिल थे, जिन्होंने चोरी के माल का बंटवारा कर लिया। काफी दिन तक मामले में कोई हलचल नहीं हुई।
डीसीपी ने बताया कि चोरों के बीच धन के बंटवारे के विवाद की भनक पुलिस के मुखबिरों को लगी, जिनकी सूचना के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए छह लोगों को गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला है कि फ्लैट मालिक राममणि पांडे तथा कृष्लय पांडे के खिलाफ दिल्ली और हरियाणा के कुछ जगहों पर भी मामला दर्ज है। पुलिस को शक है कि यह रकम व सोना कई बड़ी कंपनियों को ब्लैकमेल कर हासिल की गई है।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार चोरों की पहचान अरुण, राजन, जय सिंह, नीरज, अनिल तथा बिन्टु शर्मा के रूप में हुई है। इनके चार साथी सिन्तल, पंकज, गोपाल व सन्नी फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश कर रही है। पकड़े गए बदमाशों के पास से 13 किलो सोना तथा एक करोड़ से ज्यादा की संपत्ति के कागजात, 57 लाख रुपए नकद मिला है। आयकर विभाग के अधिकारियों ने गिरफ्तार आरोपियों से गहन पूछताछ की है। पुलिस ने शनिवार दोपहर आरोपियों को अदालत में पेश किया, जहां से न्यायालय ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। (भाषा)