क्या है मामला - कानपुर के फजलगंज चौराहे पर उपनिदेशक विद्युत सुरक्षा कार्यालय के पास एक मकान में राजकिशोर, पत्नी गीता देवी उर्फ बेबी और 12 वर्षीय बेटे नैतिक के साथ रह रहे थे। मकान के बाहर ही बड़े भाई प्रेम किशोर जनरल स्टोर के नाम से परचून की दुकान चलाकर परिवार का भरण पोषण करते थे। शनिवार की सुबह लगभग 8:30 बजे पड़ोसी राजेश ने राजकिशोर के भाई प्रेमकिशोर को फोन किया तो उनकी बेटी निकिता ने बात की।
मौके पर आई पुलिस दुकान के ताले तोड़कर घर के अंदर दाखिल हुई तो नजारा देखकर सभी दंग रह गए। मकान के अंदर राजकिशोर, उनकी पत्नी और बेटे के रक्तरंजित शव पड़े थे। तीनों के सिर पर किसी भारी वस्तु से हमला करके हत्या की गई और सिर को पॉलिथीन से कसकर बांधा गया था। तीनों के शवों को एक जगह लाने के बाद कंबल डालकर हत्या फरार हो गया।