उन्होंने बताया कि इसके कारण खरीफ की बुवाई खासी उत्साहजनक रही है। इस बार बुवाई क्षेत्र में पिछले साल के मुकाबले करीब 2.16 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने बताया कि हालांकि धान की बुवाई का रकबा पिछले साल जितना यानी 59.78 लाख हेक्टेयर ही है, मगर मक्का, ज्वार, बाजारा तथा ऐसे ही अन्य मोटे अनाज की बुवाई का रकबा 2.85 प्रतिशत बढ़ा है।
कृषिमंत्री शाही ने कहा कि उड़द, मूंग तथा अरहर दालों की बुवाई में 12.40 प्रतिशत की बढ़ोतरी जरूर हुई है, लेकिन भारी बारिश के बीच उनके टिक पाने की संभावनाएं कमजोर हो गई हैं। यह चिंता की बात है। (भाषा)