पुलिस सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि घटना लोहता क्षेत्र के भिटारी गांव की दलित बस्ती में सोमवार को हुई जब खिलौना कारीगर राजेंद्र प्रसाद ने अपनी पत्नी आशा देवी के चरित्र पर संदेह होने के बाद उसकी हत्या कर दी। मृतका की आंखें निकाल ली गई थीं तथा मुंह में कपड़े ठुंसे हुए थे। मृतका के तीन बेटे और एक बेटी हैं। बेटी की शादी हो चुकी है। तीनों बच्चें मजदूरी करते हैं।
उन्होंने कहा कि राजेंद्र ने आशा के मुंह में कपड़े ठूंसकर सिर पर किसी वजनी चीज से वार कर हत्या कर दी। मृत्यु के बाद अपने आंगन में गड्डा खोद कर शव को दफ़न कर रहा था तभी 13 साल का उसका सबसे छोटा बेटा अमर कहीं से आ गया। शव को दफ़न कर फावड़े से मिट्टी पाट रहे पिता से उसने मां के बारे में पूछा तो उसने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया।