मुख्यमंत्री की सादगी और सहृदयता ने पंखुड़ी को गहरे छू लिया : यह जानकर मुख्यमंत्री ने न केवल तुरंत अधिकारियों को निर्देश दिए कि पंखुड़ी की पढ़ाई किसी भी हाल में न रुके, बल्कि यह भी आश्वासन दिया कि अगर स्कूल फीस माफ नहीं करता तो राज्य सरकार उसकी व्यवस्था कराएगी। मुख्यमंत्री की सादगी और सहृदयता ने पंखुड़ी को गहरे छू लिया। उसने मुख्यमंत्री से एक और छोटी-सी इच्छा जताई उनके साथ एक फोटो खिंचवाने की। योगी आदित्यनाथ ने यह ख्वाहिश भी पूरी कर दी।
मुख्यमंत्री से मिली यह मदद और अपनापन पंखुड़ी के लिए किसी सपने से कम नहीं। उसकी आंखों में अब पढ़ाई को लेकर आत्मविश्वास और भविष्य को लेकर नई चमक है। जाते-जाते उसने मुस्कुराकर कहा, 'महाराजजी जैसा कोई नहीं।'