देहरादून। उत्तराखंड में 15 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनावों में अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ निर्दलीय के रूप में खड़े कांग्रेस के करीब 2 दर्जन बागी नेताओं को गुरुवार को पार्टी ने बाहर निकाल दिया। काफी समय से बागियों को मनाने में जुटी कांग्रेस ने बुधवार को नाम वापसी की आखिरी तिथि गुजर जाने के बाद उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की है।
उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता मथुरा दत्त जोशी ने यहां बताया कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले बागी कांग्रेस नेताओं को तत्काल प्रभाव से 6 वर्ष के लिए पार्टी से निष्कासित करते उन्होंने बताया कि पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ खड़े बागियों के अंतिम दिन तक नाम वापस न लेने के कारण इसे पार्टी विरोधी गतिविधि मानते हुए उन्हें पार्टी से बाहर किया गया है।
पार्टी से बाहर निकाले गए प्रमुख नेताओं में पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी के विशेष कार्याधिकारी आर्येन्द्र शर्मा भी शामिल हैं, जो प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय के खिलाफ सहसपुर से चुनाव लड़ रहे हैं।
उनके अलावा देवप्रयाग से निर्दलीय खड़े पूर्व कैबिनेट मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण, लक्ष्मण सिंह नेगी, नवीन बिष्ट, हाजी नूर हसन, मैडम रजनी रावत, रामसिंह कैड़ा, गोपाल चमोली, मुरारीलाल खंडवाल, विजयपाल सिंह रावत, जितेन्द्र तिवाड़ी, बृज रानी, रवीश भटीजा, केएल आर्य, हरेन्द्र सिंह बोरा, देवकीनंदन शाह, रेणु बिष्ट, कुबेर सिंह कठायत, प्रदीप थपलियाल, प्रकाशचंद रमोला, विपुल जैन, अर्जुन सोनकर, टीसी भारती एवं सारिका प्रधान को भी तत्काल प्रभाव से पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है।
शिल्पी ने एक अन्य सीट गदरपुर से भी अपना नामांकन वापस ले लिया। शिल्पी के अलावा खटीमा से रमेश मैक्स, रुद्रप्रयाग से गजेंद्र सिंह और कैंट क्षेत्र से राजेन्द्र धवन ने भी चुनाव से अपना नाम वापस ले लिया है। (भाषा)