भाजपा की वरिष्ठ नेता उमा भारती ने कहा है कि अमेठी और रायबरेली में कांग्रेस की इज्जत बचाने के लिए पूरा नेहरू खानदान वोट मांग रहा है।
उमा भारती ने कहा कि जिस तरह बिहार लालू के मुस्लिम-यादव के समीकरण के तिलस्मी दुष्चक्र में फंसा था उसी तरह उत्तरप्रदेश माया-मुलायम के जातीय राजनीति के तिलस्मी दुष्चक्र में फंसा है। इस तिलस्मी दुष्चक्र को जनता के सहयोग से तोडने का अवसर आ गया है।
उन्होंने कहा कि माया, मुलायम की सरकार में राज्य का दलित और पिछडा समाज पहले से ज्यादा गरीब हुआ है क्योंकि इन्होंने दलितों और पिछड़ों के वोट को अपनी संपत्ति बनाने के लिए हथियार के रुप में इस्तेमाल किया है।
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी का शासन याद आते ही एक महिला होने के नाते वह स्वयं डर जाती है तो कल्पना कर सकती हूं कि यहां आम आदमी का हाल क्या रहा होगा। ठीक उसी तरीके से पिछले पांच साल में बसपा के शासनकाल में उत्तरप्रदेश कानून व्यवस्था से नहीं बल्कि भगवान भरोसे चला है। अब इससे मुक्ति पानी है।
उन्होंने कहा कि उत्तरप्रदेश माया और मुलायम के दुष्चक्र में फंसा है लेकिन यह मेरा सौभाग्य है कि जिस तरह 2005 में पार्टी ने मुझे बिहार में लालू-राबड़ी के दुष्चक्र को तोड़ने का जिम्मा सौंपा था उसी तरह उत्तर प्रदेश में यह दुष्चक्र तोड़ने का जिम्मा सौंपा गया है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की निगाह में राज्य की जनता पतित है और राहुल गांधी पतित पावन तारणहार लेकिन इसी तारणहार ने उत्तरप्रदेश की जनता को भिखारी कहा था और आज पूरा नेहरू परिवार अपनी इज्जत बचाने के लिए अमेठी-रायबरेली की जनता से वोट मांग रहा है। कांग्रेस ने राहुल गांधी को उत्तरप्रदेश में इस तरह पेश किया मानो वह कोई उद्धारक हों। (वार्ता)