प्रेम दिवस विशेष : पढ़ें 7 ऐतिहासिक प्रेम कहानियां...

प्रेम कहानी शब्द भले ही किसी परी कथा सा लगता है, लेकिन इसके किरदारों ने अपने इश्क को मुकम्मल बनाने के लिए न जाने कितनी परीक्षाएं दी, कितनी कुर्बानियां दी...सच अपनी जगह ताउम्र के लिए बनाता है, शायद यही वजह है कि मोहब्बत की यह दास्तानें, आज भी जिंदगी से भरी हुई सी लगतीं हैं, और ताउम्र के लिए यादगार अन बैठी हैं। जानिए कौन सी हैं यह 7 प्रेम कहानियां - 
 
 
1 सोनी-महिवाल : पंजाब में जन्में प्रेम के दो पंछी सोनी और महिवाल की प्रेम कहानी आज भी सच्ची प्रेमकहानी के रूप में जानी जाती है। कहा जाता है कि दोनों एक-दूसरे से बेइंतेहां मोहब्बत करते थे। लेकिन सोनी के पिता ने जब उसकी जबरन शादी कर दी तो दीवान महिवाल उसके गांव जा पहुंचा। य ह शादी उनके बीच दरार न डाल सकी और दोनों मिलते रहे। लेकिन बाद में जब दोनों की एक साथ मौत हो गई और दोनों हमेशा के लिए एक हो गए, तो वे सच्चे प्यार की एक मिसाल बन गए।
2 हीर-रांझा : इस प्रेम कहानी में हीर एक अमीर घर की बेटी और रांझा अपने भाई-भाभियों द्वारा घर से बेदखल किया गया एक नौजवान था। हीर की शादी किसी ओर से कर दी जाती है, और प्रेमी रांझा जोग लेकर फकीर बन गांव-गांव भटकने लगता है। लेकिन किस्मत ने जिसका मेल लिखा हो, वह दूर कहां होता है। एक दिन अचानक रांझा हीर के घर पहुंचता है और दोनों हीर के गांव आ जाते हैं। यहां हीर के मां-बाप दोनों की शादी की रजामंदी देते हैं लेकिन हीर के चाचा को यह नागवार होता है। वह एक लड्डू में हीर को जहर दे देता है और बाद में उसी लड्डू को खाकर ही रांझे की भी मौत हो जाती है। 
3 शाहजहां-मुमताज : शाहजहां ने मुमताज से कितनी पाक मोहब्बत की होगी, इसकी गवाही तो संगमरमर का सफेद खूबसूरत ताजमहल सदियों से दे रहा है।मुगल बादशाह शाहजहां को मुमताज से इतनी मोहब्बत थी कि उनकी मौत के बाद उन्होंने मुमताज की याद में ताजमहल बनवा दिया। आज यह ताजमहल प्यार की निशानी के रूप में अनेकों प्रेमियों के प्रेम का साक्षी बन चुका है।
4 सलीम-अनारकली : भले ही वे एक न हो सके, लेकिन मोहब्बत की दुनिया में उनकी कुर्बानियां कम न थीं। अकबर का शहजा सलीम और उनकी महफिल में नृत्य करने वाली अनारकली के बीच पनपा इश्क, ऐतिहासिक हो गया। इस मोहब्बत के चलते सलीम ने अपने पिता और जागीर को ठुकरा दिया, तो अनारकली मुस्कुराते हुए मौत को गले लगाया। अंत में दोनों को दीवार में चुनवा दिया गया।
5  बाजबहादूर- रुपमति : मांडव में आज भी जिस प्रेम कहानी की गूंज सुनाई देती है, वह है बाज-बहादुर और रानी रूपमति की प्रेम कहानी। कहते हैं सुल्तान बाज बहादूर ने पहली बार शिकार के दौरान रानी रुपमति को देखा था, और फिर वे उनके दिल से कभी न निकलीं। पहली नजर में ही सुल्तान उन्हें दिल दे बैठे। उन्होंने रानी रूपमति से शादी की और उनके लिए खास तौर से एक महल बनवाया, जहां से वे नर्मदा के दर्शन कर सके। आज भी उस महल से नर्मा नी दिखाई देती है।
 6 पृथ्वीराज-संयुक्ता : पृथ्वीराज चौहान और राजकुमारी संयुक्ता की प्रेमकहानी भी ऐतिहासिक प्रेम कहानियों में शुमार है। राजकुमारी संयुक्ता, पृथ्वीराज के दुश्मन राजा जयचंद की बेटी थीं। जब राजा जयचंद को दोनों के प्रेम का पता चला, तो उन्होंने संयुक्ता का स्वयंवर रचाया और पृथ्वीराज को नीचा दिखाने के लिए दरबार के बाहर उनका एक पुतला बनवाया। इस स्वयंवर में कई राजकुमार आए थे, लेकिन संयुक्ता ने उस पुतले को वरमाला पहनाई, जिसके पीछे पृथ्वीराज चौहान छुपकर बैठे थे। इसके बाद दोनों ने भागकर विवाह किया।
7 बाजीराव-मस्तानी : मराठा पेशवा बाजीराव और बुंदेलखंड के राजा छत्रसाल की बेटी, राजकुमारी मस्तानी की प्रेमकहानी भी संघर्षों से भरी थी। मस्तानी, बाजीराव की दूसरी पत्नी बनीं लेकिन अंत तक उन्हें किसी ने नहीं स्वीकारा। कहा जाता है कि मस्तानी और बाजीराव के बीच इतना गहरा प्रेम था, कि जब बाजीराव की मौत हुई तो भी उनकी चिता के साथ सती हो गईं।

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